आंख का इलाज कराने के लिए अस्पताल में बार बार चक्कर लगाने पड़ते हैं और यही एक कारण है जो एक ही युवक का ज्यादातर समय अस्पताल में ही बीतने लगा। वहां मरीजों के आवागमन और इलाज की मोटी रकम खर्च करने वालों को देखकर युवक का दिमाग में ऐसी खुराफात ने जन्म लिया कि उसने किडनी ट्रांसप्लांट का रैकेट शुरु कर दिया।
पहले ही कांड में आरोपी ने 15 लाख रुपए से ज्यादा की रकम में किडनी मरीज से ऐंठ ली थी। पैसे आते ही आरोपी ने अपने छोटे भाई की शादी धूमधाम से रचा दी। इधर किडनी ट्रांसप्लांट कर इंतजार कर रहे मरीज की हालत लगातार गंभीर होती जा रही थी। शक होने पर पीड़ित ने पुलिस में केस दर्ज कराया।
क्राइम ब्रांच सेक्टर 3 की टीम ने आरोपी को एनआईटी तीन निवासी दीपक शर्मा को पकड़ लिया है। साथ ही वहां से 6 लाख रूप बरामद किए हैं। आरोपी ने बी ए तक की पढ़ाई की है। इसके बाद भाई की तलाश की जा रही है।
मामले की जांच कर रहे एएसआई प्रदीप ने बताया कि आरोपी नवंबर 2021 में अपनी आंख का इलाज कराने सेक्टर 21 स्थित एशियन हॉस्पिटल में गया था। यहां बैठे-बैठे उसे देखा कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए लोग मोटी रकम खर्च करने को तैयार रहते हैं।
आरोपी ने अस्पताल के कुछ कर्मचारियों को अपना नंबर दिया और कहा कि वह किडनी ट्रांसप्लांट लीगल तरीके से करा सकता है। दिसंबर 2021 में नई दिल्ली में गुरु अर्जुन नगर निवासी नर्सिंग की दोनों किडनी फेल हो चुकी थी। काफी खोजबीन के बाद नरसिंह यादव का डोनर नहीं मिला।
अस्पताल में टेक्नीशियन के पद पर काम करने वाले अखिल नाम के युवक ने उन्हें दीपक शर्मा के बारे में बताया। दीपक ने किडनी ट्रांसप्लांट कराने का खुलकर चा 15 लाख रुपए तक बताया। पैसे लेने के बाद भी आरोपी नरसिंह की बातों में उलझता रहा।
दबाव बनाने पर दीपक ने सचिन नाम के युवक से फोन पर बात कराई। फिर 27 जुलाई 2023 को दीपक ने पीड़ित से और पैसों की मांग की। इस पर पीड़ित ने सूरजकुंड थाना में धोखाधड़ी की शिकायत दी। अब क्राइम ब्रांच प्रभारी सेठी मलिक की अगुवाई में टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है।