फरीदाबाद के कामकाजी लोगों को सिटी बस का लाभ सही तरीके से नहीं मिल पा रहा है। गृह वासियों का आरोप है कि स्मार्ट सिटी ने बस का संचालन शुरू करने से पहले यहां बस में शराब के लिए कोई जगह सुनिश्चित नहीं की है और ना ही बस क्यू शेल्टर बनाया है। इसके चलते कई बार लोगों को बारिश में भीगते हुए भी बस का इंतजार करना पड़ता है। आलम यह है कि विभाग में लोगों की बस के रूट और समय की भी जानकारी नहीं दी है।
दरअसल ग्रेटर फरीदाबाद में लगभग 50 साल से अधिक आबादी रहती है। बावजूद इसके यहां सार्वजनिक वाहनों की कोई कनेक्टिविटी नहीं है। इसके कारण यहां रहने वाले अधिकतर लोग अपने वाहन से आवागमन करते हैं। जिले के ड्राइविंग ही नहीं आती है। वह आवागमन के लिए सार्वजनिक वाहनों पर निर्भर है।
ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों का कहना है कि शिकायत के बाद सिटी ने कुछ रूटों पर सिटी बस का संचालन शुरू किया है। लेकिन लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं दी है। यहां कुल कितनी सिटी बस कौन से रूट पर चल रही है। लोगों को पता ही नहीं है। इसका फायदा उठाते हुए ऑटो चालक फरीदाबाद वासियों से 500 से 800 रुपए वसूल रहे हैं।
आरपीएस की रहने वाली ललिता का कहना है कि बसों के समय की सही जानकारी न होने के कारण कामकाजी महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके अलावा यहां बस्ती रुकने के लिए कोई भी स्थान निर्धारित नहीं किया गया है और ना ही कोई बस क्यू शेल्टर बनाया गया है। वही वंदना सरदाना का कहना है कि कई बार हम लोग घंटो तक बसों का इंतजार करते रहते हैं। फिर बाद में पता चलता है कि बस कैंसिल हो गई। विभाग को कैंसिल बस के बारे में लोगों को पहले से ही जानकारी देनी चाहिए या कुछ नया कदम उठाना चाहिए।
स्मार्ट सिटी जीएम रमेश बागड़ी का कहना है कि स्मार्ट सिटी द्वारा पूरे पर्दा बाद में कुल 50 बसों का संचालन किया जा रहा है। ग्रेटर फरीदाबाद में फिलहाल 7 सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है। अब वहां पर बस क्यू शेल्टर भी बनाए जाएंगे। लोग गुरु ग्राम गमन ऐप के माध्यम से बस के बारे में जानकारी ले सकते हैं। नए रूटों पर बस चलाने को लेकर हमारे पास कोई आदेश नहीं है।