शहर के विकास कार्यों में सबसे लेट और घोटाले में पहले नंबर पर रहता हैं स्मार्ट सिटी फरीदाबाद का नगर निगम। आए दिन नगर निगम का किसी न किसी नए घोटाले में नाम आ ही जाता हैं। जैसे अब निगम का नाम पेरिफेरल रोड़ के निर्माण गड़बड़ी मे सामने आ रहा हैं।
दरअसल साल 2017 में CM ने इस रोड़ को बनाने के लिए 102 करोड़ की मंजूरी दी थीं। मंजूरी मिलने के बाद साल 2018 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था। बता दें कि, इस निर्माण कार्य के तहत ही शहीद भगत सिंह चौक से नीलम चौक, नीलम चौक से बाटा मोड़, बाटा मोड़ से हार्डवेयर चौक होते हुए BK चौक और NIT 5 नंबर शहीद भगत सिंह चौक तक का काम होना था।
इसके साथ ही इन सड़कों को चौड़ा करना, दोनो तरफ़ नालियों का निर्माण करना, सर्विस रोड़ और साइकिल ट्रैक बनाना था। लेकिन नगर निगम के ठेकेदारों ने इस में भी घपला किया है। उन्होंने सिर्फ सड़कों को चौड़ा करके, कुछ जगहों पर ड्रेनेज लाइन बना दी है। इसके साथ ही उन्होंने तारकोल रोड़ की जगह सीमेंटेड सड़क बनाई है। दरअसल उन्होंने वर्कऑर्डर के हिसाब से काम नहीं किया है।
इस घपले के चलते साल 2020 में शिकायत दर्ज हुई थीं, जिसकी जांच विजिलेंस को सौंपी गई थीं। जब इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो NIT के विधायक नीरज शर्मा कोर्ट चले गए। जिसके बाद कोर्ट ने निगम से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि निगम ने अपनें इस घपले को हाई कोर्ट के सामने मान लिया है। अपने इस घपले को मानते हुए निगम ने हाई कोर्ट में बताया कि,”हार्डवेयर प्याली रोड़ के निर्माण में ठेकेदारों ने वर्कऑर्डर के हिसाब से काम नहीं किया है, जिस वजह से गड़बड़ी हुई है।”