इस समय फरीदाबाद शहर के हर एक इलाके की सड़क गड्ढों से भरी हुई है। उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे पर सड़क है। इन टूटी हुई सड़कों से वाहन चालकों को काफ़ी दिक्कत होती हैं। शहर की सड़कों की ऐसी हालत का जिम्मेदार और कोई नहीं बल्कि सरकार और ठेकेदार हैं।
क्योंकि सरकार ठेकेदारों को जो टेंडर देती है उन से ठेकेदारों को नुकसान होता है। ऐसे में नुकसान से बचने के लिए ठेकेदार सड़कों को बनाते वक्त मिलावट करते हैं, जिस वजह से सड़के कुछ ही समय में जर्जर हो जाती हैं।
बता दें कि सरकार ई टेंडर के जरिए ठेकेदारों को 1 ईट के 5 रूपए दे रही है, जबकि बाजार में एक ईंट 8.50 रूपए की मिल रही है। जिस वजह से उन्हें 3 रूपए का घाटा होता है। ये सिर्फ़ ईंट का ही हाल नहीं है बल्कि क्रेशर, रोड़ी, सीमेंट और लेबर के लिए भी सरकार कम पैसे दे रही है।
इसलिए नुकसान से बचने के लिए या तो ठेकेदार टेंडर नहीं लेते अगर लेते हैं तो वह सड़क बनाते वक्त मिलावट करते हैं। मिलावट की वजह से ही सड़के सिर्फ कुछ ही दिनों तक चल पाती हैं।
सड़कों की इस समस्या को देखते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने बताया है कि,”काफी सरपंच मुझसे इस समस्या को लेकर मिलते हैं, उनकी समस्या जायज है। मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात की है, मेरा प्रयास है कि ऐसा नियम बनाया जाए, जिससे विकास कार्य के लिए लगने वाले टेंडर ठेकेदार ले। निर्माण के लिए गुणवत्ता युक्त सामग्री लगे और किसी को