नगर निगम ने अभी हाल ही में यमुना किनारे बसे बसंतपुर, इस्माइलपुर और अगवानपुर के हजारों लोगों को बहुत बड़ा झटका दिया है। दरअसल निगम इन कॉलोनियों में बसे करीब पांच हजार घरों को तोड़ने वाला हैं। इसके लिए निगम ने बीते गुरुवार को इन कॉलोनियों के घरों की मुनादी करके उन पर नोटिस लगाते हुए,घर खाली करने के लिए 5 दिन का समय दिया हैं। जिसके बाद से यहां के स्थानीय निवासियों में हड़कंप मच गया है।
क्योंकि एक तरफ़ जहां उन्हें एक बार फ़िर से बेघर होने का डर सताने लगा है। वहीं दूसरी ओर प्रॉपर्टी डीलर उनसे जमीन के बचे हुए पैसे की मांग कर रहे हैं। बता दें कि कई साल पहले यह कालोनियां अवैध रूप से बसाई गई थी, लेकिन हैरानी की बात यह है कि निगम को इस बात का पता जब चला जब यहां पर जुलाई के महीने में बाढ़ आई थी।
इस बात का पता चलने के बाद NIT के विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा में यह मामला उठाया था। जिसके बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस मामले की जांच करने के लिए एक कमिटी का गठन किया था। अब इस कमिटी ने समय पर जांच पूरी करके सरकार को रिर्पोट सौप दी है। इस रिर्पोट के चलते ही सरकार ने निगम को यहां के मकानों को ध्वस्त करने का आदेश दिया है।
सरकार के इस फैसले पर यहां के निवासियों ने रोज़ प्रकट करते हुए कहां है कि,”अगर यह जमीन अवैध थी तो सरकार को यहां पर कोई सूचना पटट लगाना था और जब हम मकान बना रहे थे, जब अफसर कहां गए थे। यह जमीन हमने जीवन भर की कमाई लगाकर खरीदी है।”