सर्दियां शुरू हुए 2 महीने हो चुके है, लेकिन अब कुछ दिनों से शहर में कोहरा छाने लगा है। जिस वज़ह से शहर में सर्दियां और ज्यादा बढ़ गई है। पर एक तरफ़ जहां सर्दी बढ़ी है वहीं दूसरी ओर शहर की सड़को पर हादसों का भी खतरा बढ़ गया है।
क्योंकि शहर की अधिकतर सड़के कई सालों से जर्जर हालत में पड़ी हुई है। जिस वज़ह से रात के अंधेरे और कोहरे में इन सड़कों पर सफ़र करना काफ़ी ज्यादा खतरनाक है। बता दें कि पिछले 3 महीने से इन सड़कों पर 10 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अभी तक ना ही तो इन सड़कों की मरम्मत हुई है और ना ही यहां पर लाइट लगी है। ऐसे में सभी वाहन चालकों से गुज़ारिश है कि वह इन सड़कों पर दिन के समय में ही सफर करे, यदि रात के समय में और कोहरे में सफर करते हैं तो पूरी सावधानी के साथ करे।
जानकारी के लिए बता दें कि गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड, सूरजकुंड – पाली रोड, इस्माइलपुर पल्ला रोड, आगरा नहर रोड, बाइपास रोड, बाइपास- DLF रोड, बल्लभगढ़-सोहना रोड, मास्टर रोड, सेहतपुर-पल्ला रोड, सूरजकुंड -शूटिंग रेंज रोड, सेक्टर-18-16 स्मार्ट रोड, बाइपास-सेक्टर-18, ओल्ड फरीदाबाद रोड, नीलम-बीके चौक रोड, केएल मेहता रोड, नीलम-रेलवे रोड, सूरजकुंड-दिल्ली रोड, दिल्ली- आगरा हाईवे का एनएचपीसी चौराहा, मेवला महराजपुर चौराहा, हार्डवेयर रोड, सेक्टर-22 रोड और बल्लभगढ़-सोहना रोड यह ऐसी सड़कें है जहां पर या तो लाइट नहीं है, अगर लाइट है तो वह खराब है।