हमारे देश की प्राचीन समय से ही प्रथा रहीं हैं कि बेटियों की शादी पर उनको पिता अपनी इच्छा के अनुसार उपहार देता थे। प्राचीन समय में पिता अपनी हेसियत के हिसाब से उपहार देता था, लेकिन बदलते समय के साथ ये उपहार मांग मे तब्दील हो गए और पिता के ऊपर एक अनचाहा सा बोझ बन गया है। जिसे आज के समय में दहेज का नाम दे दिया गया है।
लेकिन जैसे जैसे देश का युवा पढ़ लिख के समझदार हो रहा है वैसे वैसे ये प्रथा खत्म होती जा रहीं हैं। जैसे अभी हाल ही में हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव भोजवास के रहने वाले सतबीर सिंह तंवर ने बेटे अंकित की बिना दहेज के शादी की है,उनका ये कदम अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्योंकि उन्होंने केवल एक रुपया और एक नारियल के साथ शादी की है। बता दें कि सतबीर सिंह तंवर का बेटा अंकित इंडियन नेवी में कार्यरत हैं। इसी के साथ बता दें कि अंकित की शादी हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव सांकरोड़ के रहने वाले देवराज सिंह परमार की बेटी डिंपल के साथ हुई है।
इस मौके पर सतबीर सिंह तंवर ने कहा कि,”दहेज लेना या देना सामाजिक बुराई है और हम सबको सामूहिक प्रयास से इससे निजात पाना होगा।”