हरियाणा में लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से बड़ी राहत मिल रही है। दरअसल राज्य में 14 जिलों में लगभग 27.50 लाख वाहन ऐसे थे जिन्हें सड़कों पर चलने के लिए पूरी तरीके से मनाही हो चुकी थी। यह सभी वाहन बैन कर दिए गए थे।

इसमें हरियाणा रोडवेज की कुछ बसें भी शामिल थी। परंतु अब समय सीमा पूरी कर चुके वाहन को लेकर के सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है उससे लोग काफी खुश हैं ।

दरअसल सुप्रीम कोर्ट के द्वारा वाहनों को बैन करने का सबसे बड़ा कारण यह था कि अपना समय पूरा कर चुके वाहन काफी ज्यादा प्रदूषण करते हैं जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है। पर्यावरण को प्रदूषण से रोकने के लिए इन वाहनों पर रोक लगाना अति आवश्यक था जिसके चलते सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दिया।

बता दे फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत जैसे शहरों से पुराने वाहन को सड़कों से हटाने का काम चल रहा है। फिलहाल दिल्ली में भी 10 वर्ष पुराने डीजल और 15 वर्ष पुराने पेट्रोल के वाहनों पर आने वाले चार हफ्तों तक कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है।
हरियाणा के करीब नौ शहरों में पांच पांच इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जा रहा है जिससे लोगों को सफर करने में काफी सहायता मिल रही है वहीं पर्यावरण भी सुरक्षित है।




