हरियाणा के दादरी जिले की अनाज मंडियों में इन दिनों कपास और बाजरे की फसल खुले में पड़ी बारिश की भेंट चढ़ गई है। मौसम विभाग द्वारा पहले से चेतावनी जारी किए जाने के बावजूद न तो मंडियों में फसल ढकने के पर्याप्त इंतजाम किए गए और न ही सरकारी खरीद समय पर शुरू हो सकी। नतीजतन, फसलों की गुणवत्ता प्रभावित हुई है और किसानों को आर्थिक नुकसान की आशंका है।

मंडी परिसर में चारों ओर फसलों के ढेर लगे हैं, जिनमें से कई बारिश के चलते भीग चुके हैं। किसानों और आढ़तियों के अनुसार, अगर खरीद जल्द शुरू नहीं हुई तो नुकसान और बढ़ सकता है।

मार्केट कमेटी के सचिव विजय कुमार ने जानकारी दी कि भारतीय कपास निगम द्वारा आगामी तीन दिनों में कपास की सरकारी खरीद शुरू कर दी जाएगी। वहीं बाजरे की खरीद प्रक्रिया के लिए गुणवत्ता जांच के सैंपल भेजे जा चुके हैं। सैंपल पास होने के बाद बाजरा खरीद भी शुरू होने की उम्मीद है।

मौसम विभाग द्वारा हाल ही में जारी बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद मंडियों में फसल को सुरक्षित रखने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। नतीजा यह हुआ कि मंडियों में खुले में पड़ी फसलें पानी में भीग गईं, जिससे उनकी गुणवत्ता पर असर पड़ा है। किसानों का कहना है कि वे कई दिनों से सरकारी खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन देरी के चलते उन्हें अब मौसम की मार भी झेलनी पड़ रही है।




