फरीदाबाद शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिले वर्षों हो गए, लेकिन सड़कों पर बने ब्लैक स्पॉट अब भी जानलेवा साबित हो रहे हैं। जिले में इस समय 11 ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं जहां सबसे अधिक सड़क हादसे दर्ज किए जाते हैं। चिंता की बात यह है कि पिछले एक साल में यातायात पुलिस और संबंधित विभाग मिलकर केवल एक ब्लैक स्पॉट को ही दुरुस्त कर पाए हैं, वह भी सिर्फ औपचारिकता के तौर पर।

विभागों के बीच समन्वय की कमी के कारण इन ब्लैक स्पॉट्स को लेकर ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वर्ष 2024 की शुरुआत में जिले में 12 ब्लैक स्पॉट दर्ज थे, जिनकी संख्या अब घटकर केवल 11 रह गई है। नियमों के अनुसार इन स्थानों पर सिविल सुधार कार्य और अन्य सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए थे, लेकिन प्रशासन की ओर से इस दिशा में खास ध्यान नहीं दिया गया।

आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2023 में फरीदाबाद में सड़क हादसों के 598 मामले दर्ज हुए थे, जिनमें 271 लोगों की जान चली गई। इनमें से 133 लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि 352 को हल्की चोटें आईं। वर्ष 2024 में भी स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ उस साल 592 हादसों के मामले दर्ज हुए, जिनमें 231 लोगों की मौत हुई, 134 गंभीर रूप से घायल हुए और 335 लोगों को मामूली चोटें आईं।

सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि वर्ष 2024 के दौरान सिर्फ ब्लैक स्पॉट्स पर ही 34 सड़क हादसे हुए, जिनमें 19 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इन खतरनाक स्थानों पर समय रहते सुधारात्मक कदम उठाए जाएं, तो सड़क हादसों की संख्या में काफी कमी लाई जा सकती है।




