लंबे सियासी ब्रेक के बाद सड़कों पर सिद्धू, कृषि बिल के खिलाफ आवाज की बुलंद

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  • पंजाब में गर्म है किसान बिल का मसला

लंबे सियासी ब्रेक के बाद सड़कों पर सिद्धू :- केंद्र सरकार की तरफ से पारित किए गए कृषि बिलों के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है। पंजाब हरियाणा देहरादून समेत देश के कई हिसों से प्रदर्शन की तस्वीरें आई हैं। बुधवार को पंजाब के अमृतसर में कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदर्शन किया गया।

इस दौरान पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सड़कों पर उतरकर किसान बिल के विरोध में हुंकार भरी। पंजाब और हरियाणा में इस बिल के खिलाफ सबसे आक्रामक तौर पर प्रदर्शन किया जा रहा है। जहां सभी राजनीतिक दलों की ओर से एकजुटता दिखाई गई है, साथ ही अन्य किसान संगठन भी इस बिल के विरोध में सामने आए हैं।

लंबे सियासी ब्रेक के बाद सड़कों पर सिद्धू, कृषि बिल के खिलाफ आवाज की बुलंद

नवजोत सिंह सिद्धू पिछले काफी लंबे वक्त के बाद किसी बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे थे। बुधवार को वो भी कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन करते सड़क पर नजर आए।

सड़कों पर सिद्धू

संसद में पास हुए कृषि बिलों के खिलाफ देश के कई हिस्सों में किसानों और किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कृषि बिलों के विरोध में पंजाब और हरियाणा में लगातार कांग्रेस रैलियों का आयोजन कर रही है। वहीं पंजाब और हरियाणा में किसानों ने ट्रैक्टर रैलियों निकालकर कृषि बिल का विरोध किया।

लंबे सियासी ब्रेक के बाद सड़कों पर सिद्धू, कृषि बिल के खिलाफ आवाज की बुलंद

काफी समय के बाद नवजोत सिध्दू भी नजर आये। उनहोने भी कृषि बिल के विरोध में किसानों का दम भरा और ट्वीट करते हुए लिखा कि

“किसान पंजाब की आत्मा है। शरीर के घाव ठीक हो जाते हैं, लेकिन आत्मा के नहीं। हमारे अस्तित्व पर हमला बर्दाश्त नहीं है। युद्ध का बिगुल बजाते हुए क्रांति को जीते रहो। पंजाब, पंजाबी और हर पंजाबी किसान के साथ है।”

नवजोत सिंह सिद्धू, कांग्रेस नेता एक साल के लंबे वक़्त के बाद सिद्धू आज जब मैदान में उतरे हैं तो किसानो के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद करते नजर आए।

लंबे सियासी ब्रेक के बाद सड़कों पर सिद्धू, कृषि बिल के खिलाफ आवाज की बुलंद

वहीं कृषि बिल के विरोध में विपक्षी सासंदों ने संसद के बाहर लाइन बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने MSP के लागू करने की बात कही।

आने वाली 25 सितंबर को भी देश भर के कई किसान संगठन, राजनीतिक दलों ने इस बिल के खिलाफ प्रदर्शन की बात कही है। पंजाब में भी इसको लेकर व्यापक तैयारी है और विपक्ष बिल्कुल भी सरकार को राहत देने के मूड में नजर नहीं आ रहा है।