पुलिस दूसरों के मामले सुलझाने के लिए होती है। खुद किसी दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ तनातनी नहीं बनाते। हरियाणा पुलिस और यूपी पुलिस का बेलगढ़ के पास खनन को लेकर उत्तर प्रदेश व हरियाणा के ठेकेदारों में रविवार को विवाद हो गया था। उत्तर प्रदेश की पीएसी अवैध रूप से जिला के ठेकेदारों को पकड़ने के लिए हरियाणा की सीमा में घुस गई। मामला तनावपूर्ण हुआ तो यमुनानगर व बिलासपुर के डीएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची।
दूसरों की मुसीबतों को हल करने वाली पुलिस खुद मुसीबत में फस रही हैं। यमुनानगर पुलिस उत्तर प्रदेश पीएसी के नौ कर्मचारियों को जीप में बिठाकर थाना प्रतापनगर में ले गई। मामले को सुलझाने के लिए सहारनपुर के डीएम को बुलाया गया है।
पहचान फरीदाबाद अपने पाठकों के लिए नई – नई जानकारियां लेकर आता रहता है। इसी मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस बेलगढ़ खनन जोन के पास हरियाणा सीमा में पहुंच गई थी। पुलिस ने खनन सामग्री से भरे तीन डंपरों को इस आरोप में पकड़ लिया कि वे उत्तर प्रदेश की सीमा से खनन कर लाए हैं, जबकि यमुनानगर की मुबारकपुर रायल्टी कंपनी के कर्मचारी इससे साफ मना करते रहे।
ऐसे मामलों से जनता असमंझस में है कि यदि पुलिस – पुलिस ही आपस में लड़ रही है तो उन्हें सुरक्षा कौन देगा। इसी मामले में रायल्टी कंपनी के कर्मचारी उप्र पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने लगे। तभी थाना प्रतापनगर से भी पुलिस पहुंच गई। दोनों राज्यों की पुलिस में टकराव की स्थिति बन गई। घटना की सूचना पाते ही डीएसपी यमुनानगर राजिंद्र सिंह व डीएसपी बिलासपुर आशीष चौधरी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।