कोरोना काल में महामारी के मामलों के साथ – साथ सोने – चांदी का दाम भी लगातार बढ़ा है। सोने-चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट से अब सराफा बाजार में रौनक लौटने की उम्मीद है। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद मंगलवार से राजधानी में सराफा बाजार भी खुल गया है। कीमतें कम होने के कारण जेवरों की जमकर खरीदारी होगी, ऐसी उम्मीद कारोबारियों काे है।
फरीदाबाद के ज्वैलर भी इसी उम्मीद में हैं कि जल्द से जल्द दुकानों में ग्राहक आएं। सोने की कीमत में एक माह में करीब दस हजार रुपए की कमी आई है। करीब इतनी ही कीमत चांदी की भी कम हुई है। जहां प्रति तोला सोना 60 हजार के करीब पहुंच गया था, वहीं चांदी तो प्रति किलो 72 हजार से भी पार हो गई थी।
एनआईटी की ज्वैलर मार्किट हो या सेक्टर्स की हर जगह ग्राहकों की कमी साफ़ दिखाई दे रही है। सोने और चांदी की कीमतों में पिछले माह से आग लगनी प्रारंभ हुई थी। यह आग इस माह तक जारी रही, लेकिन सिंतबर के तीसरे सप्ताह के बाद कीमतों में गिरावट प्रारंभ हुई। अगस्त के अंतिम सप्ताह से पहले तो सोना 60 हजार के करीब पहुंच गया था।
सोने – चांदी के भाव लगातार ऊपर – निचे हुए हैं। साेने की ताबड़तोड़ बढ़ती कीमत के कारण निवेशकों में बुलियन की बहुत ज्यादा खरीदारी हो रही थी। अगस्त के अंतिम दिनों से कीमत में कमी आने के साथ निवेशकों का मोह सोने से भंग हुआ है।