जिले में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इसको रोकने के लिए नगर निगम अपनी 40 टीमों को मैदान में उतारेगा। नगर निगम फरीदाबाद के हेड यश गर्ग ने टीमें बना दी हैं। प्रदूषण कम करने के लिए प्रशासन ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान 15 अक्टूबर से लागू कर रही है, लेकिन नगर निगम की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण लोगों को धूल फांकनी पड़ रही है।
40 टीमें नगर निगम द्वारा जो बनाई गई हैं ये सभी प्रदूषण पर नज़र रखेंगी। यदि हम धूल, मिट्टी से होने वाले प्रदूषण की बात करें तो इस समय शहर की ज्यादातर प्रमुख सड़कों की हालत खराब है। टूटी सड़कों से जब वाहन गुजरते हैं तो भारी मात्रा में धूल उड़ती है, जिससे प्रदूषण तो फैलता ही है साथ ही गंभीर बीमारी वाले रोगियों को भी नुकसान होता है।
नगर निगम फरीदाबाद प्रदूषण कम करने के लिए नई मशीनें खरीद रहा है। यदि आपको हम मिट्टी की वजह से प्रदूषण के बारे में बताये तो, नगर निगम ने बरसात के तुरंत बाद ही शहर की सड़कों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लेना चाहिए था लेकिन आज तक कंगाल नगर निगम सड़कों की मरम्मत नहीं कर पाया है। शाम के वक्त तो ओल्ड फरीदाबाद व एनआईटी के कई हिस्सों में धूल का गुबार छाने लगता है।
सेक्टर्स के इलाके हों या फिर एनआईटी के सभी जगह प्रदूषण भारी है। हरियाणा स्टेट पलूशन कंट्रोल बोर्ड की एयर एंबियेंट क्वॉलिटी मशीन भी शहर का एक्यूआई खतरनाक दर्शा रही है जो लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत समेत वायु प्रदूषण वर्तमान समय में विश्व में विशेषरुप से बड़ी समस्या बना हुआ है। आपको इस समय पर्यावरण में धूंध, धुआं, दिखाई दे रहा होगा लेकिन वह बल्कि धुंध धुआं नहीं बल्कि प्रदूषण है।
वायु प्रदूषण का असर आपको घर से बाहर निकलते ही महसूस होने लग जाता होगा। जनता भी इस समस्या को अधिक से अधिक बढाती है जैसे वह बहुत सारा गंदा कचरा फैलाते हैं, यह विशेषरुप से वातावरण को प्रदूषित करने में अपना योगदान देता है। मोटर साइकिल, औद्योगिक प्रक्रिया, कचरे को जलाना आदि के द्वारा निकलने वाला धुआं और प्रदूषित गैसें वायु प्रदूषण में में अपना योगदान देती हैं।