दुनियाभर के लाखों मुसलमान मीना पहुंचकर और तराबीह की रस्म के साथ हज की शुरुआत करते है। पांच दिनों की रस्म होती है, जिसे ऐसे मुस्लिम पूरा करते हैं, जो शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हैं। सऊदी अरब स्थित मक्का मुस्लिमों के लिए सबसे पवित्र शहर है और हज सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य है।
सभी मुस्लिमों के लिए जीवन में एक बार हज करना जरूरी है।भारत से मक्का मदीना के सफर पर जाने की ख्वाहिश रखने वाले लोगों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के चलते सऊदी अरब की सरकार ने यात्रा की अनुमति पाने वाले भारतीय मुस्लिमों की संख्या में करीब 20 प्रतिशत की कटौती करने का एलान किया है।
इसके साथ ही आपको बता दे कि ज्यादा हज यात्रियों का इंतजाम सऊदी अरब हमेशा से सफलता पूर्वक करते आ रहा है। हज में जाने वाले लोगों के लिए रहने, खाने, और मेडिकल से संबंधित सारे इंतजाम बड़ी ही आसानी से सऊदी अरब कर लेता है।
हर साल लाखों यात्रियों का इंतजाम करना कोई आसान काम नहीं है लेकिन सऊदी अरब सरकार ने इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया और उसमे कामयाबी भी हासिल की।
सऊदी अरब द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक 20 लाख से ज़्यादा लोग हज के लिए सऊदी स्थित मक्का पहुंचते रहते है और ये आंकड़ा हर साल बढ़ती जा रही है। ऐसे में ये जानना दिलचस्प है कि लाखों लोगों के लिए भोजन, ठहरने, सुरक्षा और देखभाल के तमाम इंतज़ाम कैसे होते हैं और किसकी क्या भूमिका होती है। दरअसल ऊदी अरब सरकार का हज और उमरा मंत्रालय हज के सालाना तीर्थाटन का पूरा ज़िम्मा लेता है।
हर साल यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या के मद्देनज़र बेहतर इंतज़ाम करने की चुनौतियां बनी हुई हैं। कुछ लोग हर बार इंतज़ामों को लेकर नाखुशी ज़ाहिर करते हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां लाखों लोगों के लिए इंतज़ाम करने का बीड़ा उठाया जाता है।
यात्रियों के रुकने के लिए अस्थायी टेंटों की व्यवस्था की जाती है। भोजन के लिए यहां कई तरह के अस्थायी स्टॉल, भोजनशालाएं और ग़रीबों के लिए भोजन वितरण की व्यवस्था की जाती है। हज यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाओं के मद्देनज़र मक्का और उसके रूट पर कई तरह के मेडिकल सुविधा कैंप होते हैं।