हरियाणा के फरीदाबाद जिले में संक्रमण का स्तर कितनी तेजी से गहरा रहा है। इसका अंदाजा तो दिन प्रतिदिन बढ़ते मामलों को देखते हुए लगाया जा सकता है। यह सब देखने के बावजूद भी लापरवाही है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है।
एक तरफ जहां बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद भी स्कूलों को खोला गया और छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ हुआ। वही दूसरी तरफ एक बैंक के कर्मचारियों के संक्रमण की पुष्टि की गई।
गौरतलब, हरियाणा सरकार द्वारा 16 नवंबर के बाद से स्कूल को खोलने को लेकर फैसला लिया गया था। इसका अंजाम यह देखने को मिला है कि फिलाहल महज 4-5 दिनों में ही राज्य के कई जिलों में लगभग 200 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों में कोरोना का संक्रमण पाया गया।
जिसके बाद हरियाणा विद्यालय शिक्षानिदेशालय ने 19 नवंबर को ही आदेश जारी किया कि निजी और सरकारी स्कूल 30 नवंबर तक के लिए बंद कर दिए गए हैं।
वही फरीदाबाद के जवाहर कॉलोनी में एक निजी स्कूल ना सिर्फ खुला हुआ पाया गया बल्कि शनिवार को वहां स्कूली छात्र भी पढ़ाई करते हुए पाए गए। वही कुछ लोगों का कहना है कि आदेश के बावजूद भी स्कूलों को खोला गया है
और सैकड़ों बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। वैसे यह कोई नई बात नहीं है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ाई गई है, यह तो अब सामान्य सा हो गया है।
वही एक अन्य मामले में जवाहर कॉलोनी के सारे चौक पर एक बैंक की शाखा है जहां बैंक के उपभोक्ता ट्रांजेक्शन के लिए शाखा में पहुंचे, तो बैंक बंद मिला। उपभोक्ताओं द्वारा पड़ताल की गई संज्ञान एमडी आया कि बैंक के कुछ कर्मचारियों को कोरोना हो गया है।
इसलिए बैंक को बंद कर दिया गया है। इसका अर्थ है कि फरीदाबाद में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार है ऐसे में जरूरत है कि लोग ज्यादा से ज्यादा हिदायत बरते।