महामारी के प्रति जागरूक करने के लिए श्रम विभाग ने बीड़ा उठाया , ऑटो – रिक्शा पर स्टिकर चिपकाया

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देशभर में संक्रमण का स्तर कम होने की जगह फैलता जा रहा है। ऐसे में आमजन को जागरूक करने के लिए शनिवार को फरीदाबाद में श्रम विभाग और ऑटो रिक्शा यूनियन ने एक साथ मिलकर एक जागरूकता अभियान चलाया गया।

जिसके अंतर्गत सैकड़ों लोगों को वैश्विक महामारी के प्रति जागरूक करने के लिए ऑटो पर स्टिकर लगाकर जागरुक किया गया। इसी कड़ी में दोनों यूनियन ने मिलकर बदरपुर बॉर्डर समेत अन्य स्थानों पर जगह-जगह ऑटो पर स्टीकर लगाते हुए लोगों को वैश्विक महामारी के खतरे से अवगत कराया।

महामारी के प्रति जागरूक करने के लिए श्रम विभाग ने बीड़ा उठाया , ऑटो - रिक्शा पर स्टिकर चिपकाया

जागरूकता अभियान के अंतर्गत दोनों यूनियन द्वारा वाहन चालकों और यात्रियों को वैश्विक महामारी से बचाव हेतु तौर तरीके बताए गए। इतना ही नहीं उचित दूरी का भी कितना महत्व है इसके बाबत अवगत कराया गया।

वहीं यूनियन ने वाहन चालकों और यात्रियों को यह बात भी बतलाई की यह बात हर व्यक्ति को माननी चाहिए कि कोरोना का संक्रमण संपर्क में आने से फैलता है, और इसकी पहचान कर पाना मुश्किल है। इसलिए उन्हें जरूरी है कि वह हर व्यक्ति के साथ उचित दूरी बनाकर यात्रा करें और फेस मास्क अवश्य पहन कर रखे।

महामारी के प्रति जागरूक करने के लिए श्रम विभाग ने बीड़ा उठाया , ऑटो - रिक्शा पर स्टिकर चिपकाया

वहीं श्रम विभाग के डीएलसी द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के उपरांत सेक्टर-28 स्थित शाही एक्सपोर्ट्स कंपनी द्वारा 2000 हजार स्टीकर बनवाकर ऑटो-रिक्शा यूनियन को दिया गया है। जिन स्टीकर को शहर के सभी ऑटो-रिक्शा के आगे-पीछे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है।

उस अभियान के अंतर्गत एक गज की दूरी मास्क है जरूरी, का स्टीकर ऑटो पर लगाकर अधिक संख्या में ऑटो से यात्रा करने वाले श्रमिकों को जागरूक करने का लक्ष्य है।

हिंद मजदूर किसान पंचायत के प्रदेश प्रधान प्रभूनाथ सिंह ने बताया कि ऑटो-रिक्शा चालक यूनियन के साथ मिलकर ऑटो पर स्टीकर लगाकर जागरूकता अभियान शुरू किया है। डीएलसी अजय पाल डूडी का कहना है कि ऑटो से यात्रा करने वाले मजदूर वर्ग के लोग अधिक होते हैं।

जिन्हें जागरूक करके महामारी से बचाने की पहली प्राथमिकता है। इस अभियान का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करना है ताकि इस वैश्विक महामारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और जो लोग इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं और जिनके गिरफ्त में आने से अन्य लोग संक्रमित हो रहे हैं। उन्हें जागरूक कर इस संक्रमण के ग्रस्त से बचाया जा सके।