किसान एक बार फिर से सड़क पर आंदोलन कर रहे है, वजह है वही तीन कृषि बिल जिसका लगातार किसान विरोधरत रहे हैं यह विरोध इतना बढ़ गया की इसने आंदोलन का रूप ले लिया है । यह आंदोलन दिल्ली पर अपनी आवाज को रखने के लिए तीन दिन से सड़को पर धक्के खा रहा है । लेकिन सरकार तक कैसे उनकी बात पहुंचेगी यह सवाल उन्हीं किसानों के साथ सिंघु बॉर्डर पर बैठा है ।
वही किसान आंदोलन पर जेजेपी नेता दिग्ग्विज चौटाला ने बयान जारी करते हुए सरकार से आग्रह किया है की सरकार किसानो से बात कर उनकी तकलीफों को दूर करे ।
दिग्विजय ने कहा कि किसानो के मन में जो शक और शंकाये है उनको दूर करे,,, क्योंकि किसानो इस समय काफी तकलीफ है उनकी तकलीफ दूर करने का जिम्मा सरकार का ही है साथ ही चौटाला ने सरकार से गुहार लगते हुए कहा है ,,,की सरकार किसानों का साथ दे।
देश के लिए यह समय पहले से ही अति कष्टदायक है अभी कोरोना और ठण्ड दोनों ही अपनी चरम सीमा पर है तो इस समय किसानो को इतंज़ार कराना उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ भी हो सकता है ।
बतादे की कृषि बिल को लेकर किसान इस समय आंदोलन कर रहे है और पिछले दो दिनों से हजारो की संख्या में किसान सड़को पर भटक रहे है इसको लेकर किसानो का पक्ष रखते हुए जेजेपी नेता दिग्गविजय ने सरकार से कहा है की जिस तरह बातचीत की शुरुआत और सकारात्मकता आपने दिखाई है उसमे अब और बिलंब न करे ।
दरअसल किसानो से सरकार ने बातचीत की तारीख ३ दिसम्बर तय की हैं। वही इस बाबत चौटाला ने कहा की आज ही किसानो से बात की जाये और उनके सभी भ्रम दूर भी किये जाए और उनकी समस्याओ का निदान किया जाये इस तीन दिनों में जो भी मिडिया के माध्यम से हमने देखा वो भयाभय है ।
उससे कही न कंही प्रत्येक भारतीयों के मन को पीड़ा पहुंची है पर भाजपा सरकार हमेशा से ही किसानो के हित की सरकार रही है तो मेरा मानना है की सरकार किसानो के हित में ही फैसला ले और इस समय जिस तकलीफ से किसान जूझ रहे है सरकार उसका समाधान करेगी ।