सफलता यह नहीं देखती कि आप कहाँ से हैं क्या करते हैं? सफलता बस पक्का इरादा और मेहनत को देखती है। किसान के बेटे जय चौधरी ने कड़ी मेहनत के दम पर भारत के टॉप टेन अरबपतियों में जगह बनाई है। सरकारी स्कूल से पढ़कर उच्च शिक्षा हासिल करने अमेरिका गए जय चौधरी आज दुनिया के अरबपतियों की सूची में 577वें स्थान पर हैं।
उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है। उनकी मेहनत के आगे सभी नतमस्तक हैं। हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 में यह रैकिंग सामने आई है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के पनोह गांव से संबंध रखने वाले जय चौधरी अमेरिका में जी स्केलर कंपनी के सीईओ हैं।
हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 में 577 स्थानों पर चढ़ गए हैं, और भारत के शीर्ष दस सबसे अमीर लोगों में से एक होने का भी रास्ता बना लिया है। जय चौधरी का असली नाम जगतार सिंह चौधरी है। जय चौधरी के पिता भगत सिंह पनोह गांव के प्रधान रह चुके हैं। हल चलाकर अपने बच्चों को शिक्षा प्रदान करने वाले भगत सिंह अपनी धर्मपत्नी के साथ इन दिनों अमेरिका में ही रहते हैं।
वह छोटे से गांव से आते हैं। आज उन्होंने खुद अपने दम पर एक अलग पहचान बनायी है। सरकारी स्कूल से पढ़कर अमेरिका में हुनर के दम पर मुकाम हासिल करने वाले जय चौधरी की उपलब्धि पर जिले में खुशी की लहर है। सबसे बड़े भाई दलजीत सिंह के मार्गदर्शन में ही जय चौधरी शिक्षा ग्रहण कर अमेरिका तक पहुंचे और अमेरिका में एमटेक की पढ़ाई के साथ पार्ट टाइम जॉब कर खर्चा पूरा किया।
सेवानिवृत्त प्रिंसीपल दलजीत सिंह ने बताया कि जय चौधरी के संघर्ष की बदौलत ही उन्हें यह मुकाम मिल पाया है। उन्होंने बताया कि जय चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा पनोह से ही हुई है। इसके बाद कई किलोमीटर रोजाना पैदल सफर तय कर धुसाड़ा में आगामी शिक्षा ली। आठवीं कक्षा में प्रदेशभर में तीसरे स्थान पर रहे।