आखिर क्यों बदल रही हैं इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति की बेटी अपना धर्म, इस्लाम छोड़ अपनाया हिंदू धर्म

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क्या कभी अपने सोचा होगा कि राष्ट्रपति की बेटी अपना धर्म बदलेगी, नहीं ना! लेकिन यह सब सच हैं,आपको बता दे की हाल ही में इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी ने इस्लाम से वापस हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया है साथ ही मंगलवार को पूरे ही विधि विधान से हिंदू धर्म में कन्वर्ट होगी हैं। इसके लिए जालान मेयर मेतरा, सिंगराजा बुलेलेंग बाली में बंग कर्णो की माँ न्योमन राय श्रीमबेन के घर पर सुधी वदानी नाम की रस्म होगी।

साथ ही इसको लेकर बाली में सुकर्णो परिवार के प्रमुख आर्य वेदकर्ण ने शुक्रवार को धर्म परिवर्तन के सुकमावती के निर्णय को बंग कर्णो के परिवार मेगावती सोकर्णोपुत्री, गुंटूर सोकर्णोपुत्र और गुरुह सोकर्णोपुत्र का आशीर्वाद भी बताया है। और साथ ही सुकमावती के तीनों बच्चों ने भी इसकी अनुमति दी है।

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उहोंने 70 साल की उम्र में सुकमावती ने हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया है, क्योंकि वह अपने धर्म में वापस आना चाहती थीं और वेदकर्ण ने कहा, “सिंगराजा की दादी न्योमन राय सिरिम्बेन भी एक हिंदू हैं। इसलिए वह भी जकार्ता में नहीं बल्कि बाली में अपनी जगह चाहती हैं।

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साथ ही सुकर्णो सेंटर बाली के प्रमुख ने कहा कि समिति ने बंग कर्णो के पूरे परिवार, राष्ट्रपति जोकोवी और इंडोनेशिया के सभी कैबिनेट के सभी मंत्रियों को भी निमंत्रण दिया है।साथ ही उनका कहना हैं की “अभी तक सभी तैयारियाँ अच्छी रही हैं।”

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आर्य वेदकर्ण का कहना हैं कि सुकमावती का हिंदू धर्म में जाना अपने पैतृक धर्म में लौटने का उनका अधिकार है और उनका अधिकार उनसे कोई नहीं ले सकता। उनके मुताबिक सुकमावती की दादी, इदा आयु न्योमन राय श्रीम्बेन, सिंगराजा, बुलेलेंग रीजेंसी, बाली से हैं और सभी हिंदू हैं।