दिवाली पर बनेगा ज्यादा से ज्यादा स्वादिष्ट खाना,सरसो के तेल और मस्टर्ड ऑयल के हुए कम दाम

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जहा एक ओर महामारी ने लोगो को इतना दुखी किया हुआ है वही दूसरी ओर अब महंगाई ने लोगो की जेब पर धावा बोला हुआ है लेकिन अब लंबे समय के बाद लोगो को खान पीन में राहत मिली है।

दिवाली पर बनेगा ज्यादा से ज्यादा स्वादिष्ट खाना,सरसो के तेल और मस्टर्ड ऑयल के हुए कम दाम

आपको बता दे की पीछे बहुत दिनो से सरसो और मस्टर्ड ऑयल दोनो के दाम ऊंचाई पर थे लेकिन बहुत दिनो के बाद अब लोगो को राहत मिलनी चालू हो गई है। साथ ही बता दे 190 रुपये प्रति लीटर का भाव पार कर चुका सरसों का तेल 175 रुपये बिक रहा है।

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थोक किराना मर्चेंट दामों में कमी आने का कारण आयात शुल्क में की गई कटौती को मान रहे हैं। 155 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा रिफाइंड अब 150 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। त्योहारी सीजन में यह कीमतें रसोई को राहत देने वाली हैं। अरहर समेत विभिन्न दालों की कीमतें भी कम हुई हैं।

लंबे समय बाद सरसों तेल की कीमतों में कमी आई है। रिफाइंड की कीमतें भी घटी हैं। अब सरसों का तेल 175 रुपये लीटर आ गया है। वहीं, रिफाइंड डेढ़ सौ प्रति लीटर पहुंचा है। सरकार ने 15 रुपये किलो आयात ड्यूटी कम की है। उसके बाद भी बड़ी कंपनियों ने रिफाइंड के भाव 5-6 रुपये कम किए हैं। 15 रुपये कम किए जाने चाहिए।

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थोक कारोबारी राकेश गर्ग ने बताया कि दालों में 4-5 रुपये किलो का मंदा दर्ज किया गया है। इस प्रकार त्योहारों में लोगों को दाल, रिफाइंड, व अन्य खाद्य तेल के दाम घटने से राहत मिलेगी।

तेल रिफाइंड कम होने के कई कारण है दरअसल, सरसों की फसल को किसानों ने मंडी में बेचा नहीं। क्योंकि वहां पर एमएसपी पर कीमत मिल रही थी। जबकि बाजार भाव उससे दो से तीन गुना था। किसानों ने सीधे बाजार में सरसों की फसल बेची।

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इस वजह से सरकारी कंपनी को फसल नहीं मिली। बाजार में व्यापारियों ने फसल खरीदी तो तेल भी महंगा ही बाजार में पहुंचा। हालांकि किसानों को जरूर इसका बड़ा फायदा हुआ।