मीडिया.नेट के तुराखिया ब्रदर्स 40 साल से कम उम्र के सबसे अमीर भारतीयों में से एक हैं। इंसान को अपनी रूचि के हिसाब से अपने अपना करियर बनाने का मौका मिलता है तो इंसान निश्चय ही उस क्षेत्र में सफल होता है। हमें अपने करियर का चुनाव उसी क्षेत्र में करना चाहिए,जिसमें हमारी गहन रुचि हो क्योंकि रुचि के हिसाब से काम करने पर इंसान न केवल सफल होता है बल्कि उसकी सफलता इतिहास रच देती है।
दोनों भाई हर किसी के लिए प्रेरणा बन गए हैं। दोनों ने कई कमल किये हैं। इन्हें पढ़ाई से ज्यादा दिलचस्पी कोडिंग करने में थी और उनके इसी दिलचस्पी ने उन्हें आज भारत के सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल कर दिया। चार्टर्ड प्लेन,दुनिया की सबसे महंगी गाड़ियां और करोड़ों के आलीशान बंगलों के मालिक ये दोनों भाई भारतीय ‘एडटेक’जगत में के सबसे बड़े हस्ती के रूप में जाने जाते हैं।
पहले दोनों ही काफी सामान्य ज़िंदगी जी रहे थे। अब दोनों की ज़िंदगी बदल चुकी है। मुंबई के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म लेने वाले दिव्यांक तुराखिया और भाविन तुराखिया को बचपन से ही कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में काफी रूचि थी और मात्र 13 वर्ष की उम्र में दिव्यांक ने अपने भाई भाविन के साथ मिलकर स्टॉक मार्केट की कीमतों पर नजर रखने के लिए ‘स्टॉक मार्केट सिमुलेशन गेम’ बना दिया।
जब आप अपनी रूचि जा काम करते हैं तो सफलता आपके काफी नज़दीक होती है। उनकी रूचि कंप्यूटर के प्रति दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही थी और वह पढ़ाई से दूर होने लगे।पिता के दबाव के कारण उन्होंने बीकॉम में नामांकन ले तो लिया था पर कभी कॉलेज नहीं गए। दोनों भाइयों की पकड़ कोडिंग पर काफी मजबूत होती गई और अब उन्होंने इसी क्षेत्र में कारोबार करने का सोचा।
उनके पास उस समय बस एक सोच रही पैसा नहीं था। उनके पिता ने 1998 में 25000 कर्ज के रूप में दिया और मात्र 16 वर्ष और 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने वेबसाइट के डोमेन नाम देने वाली कंपनी ‘Directory‘की स्थापना की। बाद में इसी कंपनी के अंतर्गत ‘Bigrock‘ कंपनी आई जो फिलहाल डोमेन रजिस्टर्ड कंपनी के क्षेत्र में अग्रणी है।