12 राज्य अब भी पेट्रोल-डीजल पर VAT घटाने को तैयार नहीं, बजट खराब होने का दिया हवाला

0
333

दिन प्रतिदिन लोगों को शायद काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है,उसमें से एक है पेट्रोल, इस साल जुलाई के बाद पहली बार,15 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में गुरुवार से पेट्रोल ₹100 से नीचे बिक रहा है। साथ ही बता दे कि लगभग पूरे देश में जुलाई के दूसरे सप्ताह के शुरुआत में ही पेट्रोल ₹100 से तक पहुंच गया।

बता दे की , बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सरकार वाले 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल के दाम को 100 रुपए के नीचे लाया गया है। इसमें कर्नाटक, और मध्य प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख शामिल नहीं हैं।यहां केंद्र और राज्य द्वारा टैक्स में कटौती के बावजूद पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से ज़्याद हैं।

12 राज्य अब भी पेट्रोल-डीजल पर VAT घटाने को तैयार नहीं, बजट खराब होने का दिया हवाला

साथ ही आपको बता दें कि दिवाली पर पेट्रोल की कीमत में 5 और डीजल पर ₹10 की कटौती करने के लिए केंद्र के फैसले ने महंगाई से जूझ रहे लोगों को काफी राहत भी दी। लेकिन पेट्रोल और डीजल के दामों में समान कटौती की घोषणा के साथ राजनीति तेज हो रही है देश के 16, राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों ने वैट में कटौती करने का फैसला भी लिया है‌। वहीं 12 राज्य और 1 केंद्र शासित यह कटौती करने के लिए तैयार नहीं है उनका कहना है कि ऐसे करने से उन्हें शायद नुकसान पहुंचे।

राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों ने पेट्रोल और डीजल में वेट में कोई भी कमी नहीं करी है, साथ ही शिवसेना एनसीपी कांग्रेस शासित महाराष्ट्र, आप शासित दिल्ली, टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल ,डीएमके शासित तमिलनाडु, टीएमआर शासित तेलंगाना, वाईएसआरसीपी शासित आंध्र प्रदेश ,केरल एनपीपी मेघालय, कांग्रेस शासित वाली छत्तीसगढ़ पंजाब राजस्थान और अंडमान, निकोबार।

आपको बता दें कि ओडिशा एकमात्र ऐसा राज्य है जहां विपक्ष की सरकार है साथ ही जहां पेट्रोल और डीजल दोनों पर वेट में ₹3 प्रति लीटर की कमी घोषित कर दी गई है।

आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, हरियाणा ,असम ,चंडीगढ़ गोवा, हिमाचल ,प्रदेश जम्मू ,कश्मीर ,सिक्किम ,अरुणाचल ,प्रदेश, मिजोरम नागालैंड त्रिपुरा और पुडुचेरी में पेट्रोल ₹100 की कमी की कीमत पर बिक रहा हैं।

12 राज्य अब भी पेट्रोल-डीजल पर VAT घटाने को तैयार नहीं, बजट खराब होने का दिया हवाला

साथ ही बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती करने से बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को राजनीतिक तौर पर फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है ।साथ ही अप्रैल 2020 में पेट्रोल रुपए 69 प्रति लीटर से भी ज्यादा था और इस साल मार्च को 90 के स्तर को छू गया।

12 राज्य अब भी पेट्रोल-डीजल पर VAT घटाने को तैयार नहीं, बजट खराब होने का दिया हवाला

बता दें कि केंद्र और राज्य द्वारा कीमतों में कटौती के बावजूद यूपी और हरियाणा जैसे राज्यों को छोड़कर लगभग सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल ₹100 प्रति लीटर से ज्यादा कीमत पर बेचा जा रहा है।

12 राज्य अब भी पेट्रोल-डीजल पर VAT घटाने को तैयार नहीं, बजट खराब होने का दिया हवाला

पेट्रोल की कीमत मैं सबसे ज्यादा कटौती केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में हुई है। साथ ही यहां पेट्रोल की कीमत में 13.43 रुपए की कमी करी गई ,लेकिन अभी तक भी पेट्रोल 102.99 रुपए तक बिक रहा है।

बता दें कि इसी तरह लद्दाख में 19 .61 रुपए पर डीजल में सबसे ज्यादा कटौती की गई है साथ ही राज्यों में डीजल की कीमत में सबसे ज्यादा कटौती सिर्फ कर्नाटक में करी गई है जहां डीजल की कीमत पर 19.40 ₹9 घटाए गए हैं साथ ही इसके बाद पुडुचेरी और मिजोरम में करे गए हैं।