देशभर में कई ऐसे केस देखे हैं, जिनमें कुछ बच्चों को जन्म से ही कोई न कोई कमी देखने मिलती हैं। वहीं कुछ इन्ही कमी को अपनी ताकत बना लेते हैं, और दुनिया के लिए एक मिसाल कायम कर देते हैं। अमृतसर के एक अनाथालय ने उनकी परवरिश से बड़े होने वाले दो भाई भी कुछ इसी कड़ी का हिस्सा बन गए हैं। दरअसल, इन दोनों जुड़वा भाई शरीर से जुड़े हुए हैं, और इन्हें प्यार से सोहना-मोहना के नाम से जाना जाता है।
दरअसल, इन दोनों के जन्म के बाद इनके डॉक्टर ने कहा था कि वे दोनों ज्यादा दिन तक जिन्दा नहीं रहेंगे। जन्म के बाद पढ़े-लिखे होने के बावजूद इन दोनों के मां बाप ने उन्हें छोड़ दिया था. परिवार द्वारा छोड़े जाने के बाद अमृतसर के एक एनजीओ ने उनकी देखभाल और परवरिश की।
वहीं अब पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू ने अमृतसर के प्रसिद्ध जुड़वा भाई सोहन सिंह और मोहन सिंह को मंगलवार को दो अलग-अलग मतदाता फोटो पहचान पत्र सौंपे। उन दोनों को व्यक्तिगत मतदान का अधिकार देने का फैसला किया था। दोंनों भाई पिछले साल ही 18 वर्ष के पूरे हुए थे।
राजू ने कहा कि सोहना और मोहना के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी ताकि दोनों अपनी गोपनीयता बनाए रखते हुए अलग-अलग मतदान कर सकें. सोहन सिंह और मोहन सिंह का जन्म जून 2003 में दिल्ली में हुआ था और उनके माता-पिता ने उन्हें छोड़ दिया था। हाल ही में उन्हें सरकारी नौकरी मिली है।
सोहन सिंह और मोहन सिंह ने आईटीआई करने के बाद, इलेट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा का कोर्स किया और उसके बाद परीक्षा में पास होकर सरकारी नौकरी प्राप्त की हैं। सोहन सिंह और मोहन सिंह को गाने का भी शौक है। वह शंकर महादेवन को अपना गुरु मानते हैं और उनकी प्लेलिस्ट से वह गाना सिख रहे हैं।
गौरतलब, दोनों जुड़वा भाईयों के दिल तो अलग-अलग हैं लेकिन उनका पेट एक ही है, हालांकि इन दोनों की पसंद काफी अलग हैं। एक टीवी शो के दौरान दोनों ने बताया था कि एक को पिज्जा पसंद हैं, तो एक को डोसा खाना अच्छा लगता है।