पारिवारिक शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा बीते 13 सालों से भारत के हर घर में राज कर रही। हास्य पर आधारित इस शो एक छोटे बच्चे से लेकर वृद्ध लोगों के भी दिलों में राज कर रही है। इस शो के हर एक किरदार का रोल लोगो को पसंद आया। आपको बता दे की 28 जुलाई 2008 को इस शो को शुरुआत हुई थी। ओर आज तक यह शो लगातार चल रहा है। 13 सालों में शो ने टीवी की दुनिया पर खूब नाम कमाया। और इस सीरियल का हर एक किरदार अपने अपने रोल के लिए काफी पॉपुलारीटी हासिल कर चुके हैं।
हमेशा से तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीआरपी की रेस में सबसे पहले रहता है। शो के कलाकारों की पॉपुलररिटी तो किसी स्टार से कम नहीं है। वही अपने चहेते स्टार के बारे में हर किसी को अपडेट की इंतजार रहती है।
वहीं इसी बीच खबर आ रही है कि अशोक एक पॉपुलर कर किरदारों में से एक बबीता जी यानी कि मुनमुन दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते 7 फरवरी को मुनमुन दत्ता हरियाणा राज्य के थाना शहर हांसी में दर्जी अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत अपने खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे में जांच अधिकारी के सामने पेश हुई थी।
4 घंटे तक हुई कड़ी पूछताछ
इसके बाद जांच अधिकारी विनोद शंकर ने मुनमुन दत्ता को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया था और उसके बाद करीब 4 घंटे की पूछताछ के बाद आरोपी मुनमुन दत्ता को जमानत पर छोड़ दिया गया।
अब आप सोच रहे हैं कि आखिर अचानक क्या हो गया जिसकी वजह से मुनमुन को गिरफ्तार कर लिया गया तो आपको बता दें कि मुनमुन दत्ता के खिलाफ यह मुकदमा एससी एसटी एक्ट के तहत दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कल्चर ने 13 मई 2021 को दर्ज कराया था।
दरअसल मुनमुन दत्ता ने पिछले साल 9 जनवरी को यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने अनुसूचित जाति और समाज के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणियां की थी और इसके बाद ही रजत मुनमुन दत्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
कोर्ट ने खारिज कर दी थी याचिका
अपने इस मुकदमे को खत्म करने के लिए मुनमुन दत्ता ने सुप्रीम कोर्ट से भी याचिका दायर की थी। हालांकि उस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने 22 दिसंबर 2021 में ही खारिज कर दिया था। यही नहीं बल्कि इसके बाद मुनमुन दत्ता की अग्रिम जमानत याचिका को हिसार की एससी एसटी एक्ट के तहत स्थापित विशेष अदालत ने भी खारिज कर दिया था। जिसके बाद मुनमुन दत्ता ने अग्रिम जमानत के लिए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट से सहायता ली।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने दिया था आदेश
इसके बाद पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के जज अवनीश जिंगल ने इस साल 4 फरवरी के दिन मुनमुन दत्ता को हांसी में जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए निर्देश दिया था जिसमें जांच अधिकारी को यह कहा गया था कि वह मुनमुन दत्ता को गिरफ्तार करके उनसे पूछताछ करें। हालांकि पूछताछ के बाद मुनमुन दत्ता को छोड़ दिया गया।