महामारी के दौर में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण अनेकों बीमारियों ने मनुष्य के शरीर को रोग ग्रसित कर दिया था ।उस समय लोगों का ध्यान आयुर्वेद की तरफ गया जिसको अपने आम जीवन में अपनाकर लोगों ने बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज किया । जैसे ही लोगों का ध्यान आयुर्वेद की तरफ गया इसे देखते हुए सरकार ने भी एक फैसला लिया है इसमें फरीदाबाद भी हिस्सेदारी निभा रहा है।
बता दें कि बता दें कि फरीदाबाद में अब हर्बल पार्क बनाए जाएंगे जिससे लोगों को काफी फायदा होगा । इन पार्कों को विकसित किया जाएगा और इनमें औषधीय पौधे लगाए जाएंगे उन पौधों को लोग अपने घर भी ले जा सकते हैं। साथ ही लोगो का उपचार देशी तरीके से हो सके ।
इस हर्बल पार्क के लिए वन विभाग ने जमीन तलाशने शुरू कर दी है कयास लगाए जा रहे हैं कि यह पार्क ग्रेटर फरीदाबाद की जमीन पर बनाया जा सकता हैं सरकार ने वन विभाग को आदेश दिए कि एक ऐसा पार्क बनाया जाए जिसमें हम लोग सैर के साथ-साथ औषधीय पौधों के बारे में भी जानकारी हासिल कर सके और उनको घर ले जा सके जानकारी हासिल करना इसलिए भी जरूरी होगा क्योंकि जिन पौधों को घर ले जाया जाएगा उनकी देखभाल किस प्रकार करनी है
औषधि पौधे बड़ी से बड़ी बीमारी को ठीक करने में कामगर साबित होते हैं इसमें जुखाम से लेकर कैंसर तक की बीमारी से लड़ने की क्षमता होती है वन विभाग की तरफ से जो पौधे लगाए जाएंगे उनमें निम्न पौधे हैं अश्वगंधा ,गिलोय, आईवी , अंकोल अजमोद अजवाइन, अनानास ,अफीम, अरंडी, अरबी सब्जी ,अर्जुन वृक्ष ,इंग्लिश विलो, ईसबगोल, एकोनाइट, करी पत्ता का पेड़ ,करौंदा कालमेघ केवाच कुसुम कृष्ण लीला खरक गिलोय गुलाब गेंदा व्रत कुमारी चिरायता चुकंदर छुईमुई पौधा जायफल आदि पौधे लगाए जाएंगे