दिल्ली – एन सी आर में छिपा हो सकता हैं गैंगस्टर विकास दुबे , सरेंडर करने की हो सकती है प्लानिंग

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उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में 3 जुलाई को दबिश के दौरान 8 पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में यूपी एसटीएस सहित अन्य दूसरी ब्रांच के कुछ पुलिस अधिकारी और जवान इस मसले पर दिल्ली पुलिस के संपर्क में हैं. लिहाजा विकास दुबे पुलिस के डर से दिल्ली में छुपा हो सकता हैं ।

दरअसल दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर विकास दुबे को डर है की यूपी में उसका एनकाउंटर हो सकता है इसी डर के चलते वो दिल्ली स्थित अदालत में आत्मसमर्पण कर सकता है.

दिल्ली - एन सी आर में छिपा हो सकता हैं गैंगस्टर विकास दुबे , सरेंडर करने की हो सकती है प्लानिंग
प्रतीकात्मक तस्वीर

यूपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने अपनी पहचान छुपाने के शर्त पर इस मामले में जानकारी दी है की व‍ह दिल्ली पुलिस के संपर्क में लगातार बने हुए हैं. अगर दिल्ली एनसीआर में उससे जुड़ी कोई जानकारी मिलती है तो यूपी पुलिस की टीम दिल्ली पुलिस की मदद से उसे पकड़ने का प्रयास करेगी.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम के साथ लगातार यूपी पुलिस की टीम संपर्क साधे हुए है दिल्ली पुलिस की टीम भी यह प्रयास कर रही है की अगर विकास दुबे दिल्ली में कहीं छुपा है तो उसे गिरफ्तार करके तत्काल यूपी पुलिस को सौंप दे .

दिल्ली - एन सी आर में छिपा हो सकता हैं गैंगस्टर विकास दुबे , सरेंडर करने की हो सकती है प्लानिंग


अब तक यूपी में करीब 42 मामलों का आरोपी विकास दुबे कानपुर शूटआउट मामले का आरोपी है. इस मुठभेड़ में सीओ देवेंद्र मिश्रा सहित 8 पुलिसवाले शहीद हो गए थे. हत्या करने के बाद आरोपी विकास दुबे फरार है, उसको ढूंढने के लिए यूपी पुलिस की कई टीमें जुटी हैं. इस मामले में अगर कोई महत्वपूर्ण जानकारी या दस्तावेज अगर प्राप्त होते हैं तो यूपी पुलिस सहित दूसरी जांच एजेंसी या केंद्रीय एजेंसी भी इस मामले में दूसरा अन्य एफआईआर दर्ज कर सकती है.

बड़े वकीलों से संपर्क साधने के जुगाड़ में विकास


यूपी पुलिस के विशेष सूत्रों के मुताबिक, विकास दुबे बेहद करीबी में से तीन-चार लोग दिल्ली पुहुंच चुके हैं. बताया जाता है कि दिल्ली में पहुंचने के बाद वे लोग कुछ बड़े स्तर के वकीलों से संपर्क साधने की जुगत में हैं. प्‍लानिंग यह है कि विकास दुबे को राजधानी दिल्ली में सरेंडर करवाकर उसको यूपी पुलिस के चंगुल से थोड़ा वक्त के लिए बचाया जा सके.