बीते दिनों से सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खासकर ट्विटर पर टिकटोक को भारत में बैन करने की मांग जोरों शोरों से उठाई जा रही है जिसके पीछे लोगों के कई वाजिब कारण भी नजर आते हैं।
लोग ट्विटर एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टिक टॉक के कुछ अश्लील वीडियो को पोस्ट करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को टैग कर यह मांग कर रहे हैं कि किस प्रकार टिकटोक पर लड़कियों के साथ दुष्कर्म एवं उन पर एसिड अटैक को बढ़ावा देने वाले वीडियो को प्रमोट कर रहा है और किस प्रकार 10 से 16 वर्ष की उम्र के बच्चे इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्लील वीडियो बना रहे हैं और वे वीडियो टिकटोक के अन्य कम आयु वर्ग के बच्चों द्वारा पसंद किए जा रहे हैं।
इसी प्रकार की अश्लील वीडियो बनाने में फरीदाबाद के टिकटोक क्रेटर्स भी पीछे नहीं है जो अपनी वीडियोस में बड़े ही अश्लील तरीके से किसी लड़की की वीडियो पर रिएक्ट कर रहे हैं और कुछ वीडियोस में फरीदाबाद के टिक टॉक स्टार संदेश दे रहे हैं कि शहर में किस प्रकार लोग ट्रैफिक के नियमों का पालन करते हैं और गांव के लोगों के लिए वे ट्रैफिक नियम केवल नाम मात्र बराबर होते हैं। इसके अतिरिक्त भी फरीदाबाद के कई टिक टॉक क्रिएटर्स इसी प्रकार की अश्लील एवं गलत संदेश देने वाली वीडियोस बना रहे हैं जिनसे बड़ी संख्या में कम आयु वर्ग के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
बता दें कि टिकटोक के अधिकतर यूजर्स 12 से 20 वर्ष की आयु वाले युवा एवं बच्चे हैं जिन पर उनके द्वारा देखी जा रही किसी भी वीडियो एवं अन्य चलचित्र में दिए जा रहे संदेश का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है और वे वही चीजें अपने वास्तविक जीवन में अपनाते है।
इसी प्रकार की अश्लील वीडियो को बढ़ावा देने के कारण मद्रास हाई कोर्ट द्वारा पहले भी टिकटोक पर बैन लगाया जा चुका है लेकिन इस बार जो वीडियो अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टिकटोक को बैन करने की मांग को लेकर वायरल हो रही है उनमें से एक वीडियो में टिकटोक स्टार जिसके 1.3 करोड़ से भी अधिक फॉलोअर है वह लड़कियों पर एसिड अटैक को प्रमोट करता हुआ दिखाई दे रहा है। इस वीडियो के खिलाफ भारतीय महैला आयोग ने टिक टोक को चिट्ठी लिखकर इस टिकटोक स्टार का अकाउंट डिलीट करने की मांग की है और महाराष्ट्र पुलिस के आला अधिकारियों को भी इस वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें इस पर संज्ञान लेने के लिए कहा है इसके अतिरिक्त अन्य वीडियो में लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने की घटना को टिक टॉक वीडियो में प्रमोट किया जा रहा है।
इन विडियो को अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डालकर इनकी आलोचना करते हुए लोग बड़ी संख्या में सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर को टैग कर रहे है और मांग कर रहे है कि यह चीनी ऐप भारतीय युवाओं को गैर कानूनी एवं असामाजिक काम करने के लिए भ्रमित का रहा है। फिलहाल अभी तक प्रकाश जावड़ेकर एवं सरकार के अन्य किसी भी सूत्र से कोई अधिकारिक बयान इस एप को लेकर नहीं दिया गया है लेकिन जिस प्रकार लोग टिकटोक बैन करने को लेकर आवाज उठा रहे हैं उसे देखकर लगता है कि इस विषय में सरकार द्वारा जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।