बीते हफ्ते 3 जुलाई को कानपुर के पास हुई मुठभेड़ में एक डीएसपी समेत 8 पुलिस वालो को मारने वाला विकास दुबे वारदात के 6 दिनों बाद मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। विकास दुबे इस पूरी वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस को चकमा देकर लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था।
फरीदाबाद थी गिरफ्तारी से पहले की अंतिम लोकेशन:-
विकास दुबे कि गिरफ्तारी से पहले उसे अंतिम बार 7 जुलाई को फरीदाबाद में देखा गया था। जहां उसने फरीदाबाद के बढ़खल चौक नजदीक एक होटल में फर्जी आईडी दिखाकर शरण लेने की कोशिश की थी।
लेकिन होटल मालिक द्वारा बताया जा रहा है कि उसने फर्जी आईडी लेकर उसे शरण देने से मना कर दिया था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे अपने एक साथी अंकुर जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है उसके साथ होटल में रुका भी था।
लेकिन जब तक फरीदाबाद पुलिस विकास दुबे तक पहुंच पाती वहां से फरार हो चुका था और केवल उसके साथी प्रभात एवं उसे शरण देने वाले अंकुर एवं श्रवण ही पुलिस के हाथ लग पाए थे।
जिसके बाद पुलिस द्वारा तीनों को फरीदाबाद कोर्ट में पेश किया गया और बाद में फरीदाबाद में विकास दुबे को शरण देने वाले अंकुर और उसके पिता श्रवण को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
जबकि प्रभात को यूपी पुलिस को सौंपकर पुलिस को उसकी 24 घंटे की ट्रांजिट रिमांड दे दी गई और जब उत्तर प्रदेश पुलिस उसे कानपुर ले जा रही थी तो बीच रास्ते में प्रभात ने भागने की कोशिश की और मौके पर पुलिस मुठभेड़ में पुलिस द्वारा प्रभात को मार गिराया गया।
फिल्मी अंदाज में किया पुलिस को आत्मसमर्पण :-
अपने सभी साथियों की इस प्रकार पुलिस मुठभेड़ में हो रही मौतों को देखते हुए विकास दुबे फरीदाबाद से भागता हुआ मध्य प्रदेश के उज्जैन में पहुंचा। जहां उसने उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया।
जब विकास दुबे ने आत्मसमर्पण किया तो उसने खुद मंदिर के सुरक्षा गार्ड के सामने खड़े होकर चिल्लाना शुरू किया और चिल्लाते हुए बयान दिया कि वह विकास दुबे है कानपुर वाला, जिसके बाद नजदीकी महाकाल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और उसे थाने में ले जाया गया।
3 जुलाई को 8 पुलिसवालों की हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद यूपी पुलिस कड़ी मशक्कत कर विकास दुबे की तलाश कर रही थी लेकिन विकास दुबे ने बड़े ही फिल्मी अंदाज में महाकाल मंदिर में आत्मसमर्पण किया।
बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर पहुंचकर विकास दुबे मंदिर के गार्ड के सामने खड़ा होकर ज़ोर ज़ोर से चिल्लाकर कहने लगा, जानते हो मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला। इसके बाद सुरक्षा गार्डों ने विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पहले से अलर्ट पर थी मध्यप्रदेश पुलिस :-
विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि उनके राज्य की पुलिस विकास दुबे को लेकर पहले ही अलर्ट पर थी। इंटेलिजेंस और गुप्त सूत्रों से मध्य प्रदेश पुलिस को पहले ही विकास दुबे की उज्जैन पहुंचने की सूचना मिल चुकी थी और इस सूचना के बाद उज्जैन में भी पुलिस को अलर्ट पर कर दिया गया था।
इस बात की अभी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है कि विकास दुबे की गिरफ्तारी हुई है या उसने आत्मसमर्पण किया। लेकिन सूत्रों के हवाले खबर सामने आ रही है कि विकास दुबे ने पूरी प्लानिंग के साथ आत्मसमर्पण किया है।