बारातियों संग नाचने में मग्न था दूल्हा, दुल्हन ने गुस्से में दूल्हे के दोस्त के साथ ले लिए फेरे :- शादी के समय नाच गाने का तो दौर होता ही है, पर जब कोई चीज सिर से ऊपर निकलने लगे तो कुछ सबक सिखाना पड़ता ही है। ऐसा ही कोई से महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में सुनने को आया, दूल्हे की हरकत से परेशान हो दुल्हन ने सिखाया उसे एक नया पाठ दरअसल यह कहानी बुलढाणा जिले के मलकापुर पंगरा गांव की है।
वहां 24 अप्रैल को एक शादी होनी थी दूल्हा बारात लेकर आ गया। बारात में नाच गाने की विशेष व्यवस्था थी, बराती झूम झूम कर नाच रहे थे वही शादी का मुहूर्त निकला जा रहा था।
बारात लड़की के घर 4:00 बजे तो पहुंच गई। वैसे तो बारात मुहूर्त के पीछे चल रही थी परंतु इसके बाद दरवाजे पर आने पर भी बाराती अंदर आने का नाम ही नहीं ले रहे थे सभी के सभी डांस में मग्न थे। तभी दूल्हा कार से नीचे उतरा वह भी नाचने में मगन हो गया बराती तथा दूल्हा दोनों ही जमकर शराब पिए हुए थे।
दारू पीकर डांस करने में मग्न था दूल्हा
लड़की के घर के दरवाजे पर ही बाराती नाचते नाचते 4:00 से 8:00 बजा दिए। वही शादी का मुहूर्त निकला जा रहा था।लड़की तथा लड़की के पिता को गुस्सा आ गया।उन्होंने नाच गाना बंद कर बारातियों को अंदर आने को कहा परंतु बाराती उल्टा ही भड़क गए और लड़की वालों के साथ मारपीट करने लगे।
अपने पक्ष के लोगों को मार खाता दे लड़की वालों को भी गुस्सा आ गया और उन्होंने अभी दूल्हे तथा सभी बारातियों की अच्छे से धुनाई कर दी और उसके बाद लड़की वालों ने शादी तोड़ दी।
शादी तो टूट गई लेकिन लड़की वालों को अब बदनामी का डर लगने लगा।उन्होंने पंचायत बुलाई पंचायत में फैसला हुआ कि लड़की की शादी इसी मंडप में किसी और लड़की के संग कर दी जाए।
दुल्हन के पिता को उसी शादी में मेहमानों में से एक लड़का पसंद था। वही उस लड़के ने सारी परिस्थिति को समझते हुए शादी के लिए हा भी कर दी। वैसे सबसे आश्चर्य की बात यह थी कि यह लड़का तथा वह लड़की दोनों पहले से दोस्त थे। और उसी मंडप में दोनों की शादी कर दी गई।
परंतु यहां उस दूल्हे के संग भी अच्छा ही रहा । वह भी कुंवारा नहीं रहा उसने अगले ही दिन दूसरी लड़की से शादी कर ली।हां यह बात अलग थी कि इसमें उन्होंने ना तो शराब पी, ना ही कोई डांस किया यहां तक कि दूल्हा तो दूल्हा इस बार उसके दोस्तों रिश्तेदारों ने भी शराब को छुआ तक नहीं।