फरीदाबाद में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लग चुका है लेकिन कई जगहों पर अभी भी इसका प्रयोग देखा जा रहा है। जिसके चलते प्रशासन द्वारा भी सख़्ती बरती जा रही है। बता दें लगातार 1 जुलाई के बाद से ही चालान काटे जा रहे हैं।
आपको बता दें शहर में लगभग 518 चालान काटे जा चुके हैं। ये वो चालान हैं जो कि निगम कि नज़रों में आ गए, लेकिन इसके अलावा बहुत से ऐसे भी फैक्ट्रियां हैं और दुकाने हैं जो की नगर निगम की नज़रों से दूर हैं और उनका चालान नही हो रहा है और लगातार पॉलीथीन का प्रयोग किया जा रहा है।
शहर में एक जुलाई से प्रतिबंधित पॉलीथिन को लेकर कार्रवाई काफी धीमी चल रही है। अभी तक केवल पूरे शहर में 518 चालान ही हुए है। जबकि चालान को लेकर पूरे शहर में 120 टीमें नियुक्त करने का दावा किया जा रहा है।
वहीं बड़ी फैक्ट्रियां निगम टीम की पहुंच से काफी दूर है। इसके अलावा शनिवार और रविवार को सभी टीम आराम फरमाती है। शहर की कई मंडियों में अभी भी पॉलीथिन का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं कई दुकानदार चोरी छिपे पॉलीथिन का प्रयोग कर रहे है।
आपको बता दें नगर निगम की 120 टीमें शहर में जगह-जगह घूमकर चालान की कार्रवाई कर रही है। प्रतिदिन 30 से 70 चालान किए जा रहे है। यानिकी देखा जाए तो कई टीम ऐसी है जो प्रतिदिन एक भी चालान नहीं कर रही है।
पॉलीथिन के प्रयोग पर 500 से लेकर 25 हजार रुपए तक जुर्माना है। नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार एक से पांच जून तक कुल 309 चालान किए गए है। वहीं इसके बाद आठ जुलाई तक 30 से 70 के बीच में चालान हुए है।
निगम के अनुसार उन्होंने अभी तक चलाए अभियान में 311 किलो पॉलीथिन जब्त कर ली है। इसके अलावा करीबन 1 लाख 18 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है। वहीं छोटे दुकानदार जिनसे जुर्माना वूसला जा रहा है कि उनका लगातार ये कहना है कि निगम पॉलीथिन बनाने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है।