बिजली सस्ती करने का ये दावा है या छलावा , सरकार ही जाने ?

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कोरोना कहां से लॉकडाउन में लोगों को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। ऐसे में बिजली की समस्याओं को लेकर भी लोगों ने कई सारे सवाल उठाए हैं तो आज इस मुद्दे पर नजर डालते हुए हम आपको बताएंगे ।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिजली निगम ने 150 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को राहत देने का फैसला लिया है 150 यूनिट बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को 4.5 रुपय के बजाय 2.5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली बिल का भुगतान करना होगा।

बिजली सस्ती करने का ये दावा है या छलावा , सरकार ही जाने ?

नई बिजली की दरें 1 जून से लागू हो चुके हैं सरकार के निर्देशानुसार हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के आदेश पर सर्कुलर जारी किया गया है थाना के नए टैरिफ प्लान पर उपभोक्ताओं ने कहा कि इसमें सरकार सिर्फ लोगों को गुमराह कर रही है सरकर में करीब 4:45 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता हैं जिनमें से सिर्फ 5% है .

इसका लाभ उठा सकेंगे क्योंकि प्राइवेट नौकरी करने वाली अधिकतर लोग work-from-home कर रहे हैं स्कूल बच्चों की क्लास नहीं चल रही इसके लिए मोबाइल फोन लैपटॉप कंप्यूटर ज्यादा समय चार्जिंग पर लगे रहते हैं इसके साथ ही बढ़ती गर्मी की वजह से एसी फ्रिज कूलर और पंखे चला कर रखने पड़ते हैं इससे बिजली की खपत अधिक हो रही है । तो 150 यूनिट से ज्यादा खपत होना लाजमी है ।

बिजली सस्ती करने का ये दावा है या छलावा , सरकार ही जाने ?

वहीं दूसरी तरफ 2 महीने की रीडिंग का बिल एक साथ भेजा जाता है शहर में ऐसा बहुत कम ही घरेलू उपभोक्ता है जिनका एक बार भी 250 यूनिट से कमाता है दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने बताया कि सरकार द्वारा जारी नए टैरिफ प्लांस उपभोक्ताओं को खास लाभ नहीं होने वाला है । अगर सरकार उपभोक्ताओं को लाभ ही देना चाहती है तो खपत बिजली की यूनिट में से 50 से 200 यूनिट तक घटाकर बचे हुए यूनिट पर बिल ले , तब उपभोक्ताओं को फायदा भी हो सकता है।