फरीदाबाद में सबसे बड़ी समस्या यहां पर सड़कों पर चलने वाली स्ट्रीट लाइट का है दरअसल स्ट्रीट लाइट ना जलने से पूरे सड़क पर अंधेरा रहता है और फरीदाबाद की सड़कों में कई जगहों पर गड्ढे हैं यदि वहां पर लाइट नहीं लगता तो अंधेरा रहता है ।
और अंधेरे के कारण वहां पर दुर्घटना होने का बहुत संभावना है। जिसके चलते लोगों ने कई बार प्रदर्शन भी किए, वहीं दूसरी ओर जो स्ट्रीट लाइट अंधेरी सड़क को रोशनी करने के लिए लगाया जाना चाहिए।
वह नगर निगम के बंद पड़े कमरे में रखे हुए थे। एनआईटी विधानसभा के विधायक नीरज शर्मा ने एक वीडियो जारी किया जिसमें कमिश्नर से शिकायत की गई व पूछा गया कि इन लाइटों को इन कमरों में किसने रखा इसकी जांच होनी चाहिए ।
इसके चलते लगातार अधिकारियों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं वही विधायक ने यह भी कहा है कि जांच के बाद जो भी दोषी अधिकारी होगा उस पर कार्यवाही भी की जाए।
इसके अलावा इस कमरे में सीवरमैन के ऑक्सीजन मास्क भी पाए गए हैं जो कि बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया गया। विधायक नीरज शर्मा ने यह बात हरियाणा सरकार तक पहुंचाने के लिए कही है।
विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि गलियों और कॉलोनीयों के नुक्कड़ पर स्ट्रीट लाइट ना होने के कारण अंधेरा रहता है जिससे दुर्घटनाएं व चोरी भी हो सकती है और यदि इन गलियों में लाइट लगाने के लिए नगर निगम से कहा जाता है तो लाइट नहीं लगाई जाती।
जानकारी के अनुसार उस कमरे में लगभग 20 स्ट्रीट लाइट पॉलिथीन में पैक रखी हुई थी जिसका एक बार भी प्रयोग नहीं किया गया था।
बताया जा रहा है कि इस खंडहर कमरे को तोड़े जाने पर कर्मचारियों ने इन्हीं स्ट्रीट लाइट को निकाल कर बाहर रख दिया था। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि सरकार को इस समस्या को लेकर जांच करना चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि किसके आदेश पर इन लाइटों को बंद कमरे में रखा गया।
इस मामले पर जितेंद्र दहिया जो कि नगर निगम कमिश्नर हैं उन्होंने बताया कि विधायक नीरज शर्मा ने इसकी सूचना दी है और गहराई से इसकी जांच भी की जाएगी।