दिल्ली एनसीआर के प्लानिंग 2041 में ‘अरावली’ शब्द को हटा दिया गया जिसके कारण प्रकृति प्रेमी और पर्यावरण के लिए काम करने वाले लोगों को यह बात खल गई और सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अरावली बचाओ सिटीजन मूवमेंट के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने एक अभियान चलाया ।
जिसके तहत वे केंद्रीय मंत्रियों और अधिकारियों से मिलेंगे। इन मंत्रियों से मिलकर विद्यार्थी ग्रीन कवर बढ़ाने, अरावली बचाने और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर बातचीत करेंगे ।
इस क्रम में सबसे पहले विद्यार्थी मंगलवार के दिन आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मिले। उनके सामने विद्यार्थियों ने प्रभावी तरीके से अपनी सभी बातों को रखा और मंत्री जी ने उन्हें इस मुद्दे पर हेतु धारियों की बैठक बुलाने की बात कही।
इसके अलावा अगले क्रम में विद्यार्थियों ने पर्यावरण मंत्रालय में मंत्री के सचिव से मुलाकात की और बीकानेर हाउस गए। इस अभियान से जुड़ी समीरा सतीजा ने बताया कि इस अभियान को लगातार चलाए रखने के लिए अरावली बचाओ सृजन मोमेंट प्रतिबद्ध है।
नीलम अहलूवालिया जो कि इस संस्था के संस्थापक है उन्होंने बताया कि अभी 1 महीने में अलग-अलग स्कूलों में जाकर करीब 12000 बच्चों और 900 शिक्षकों को यह सारी बात बताई और इस मुद्दे पर उन सभी विद्यार्थियों शिक्षकों ने चिंता व्यक्त करते हुए हस्ताक्षर भी किए।
इन विद्यार्थियों और शिक्षकों में राजस्थान हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी यह सभी शामिल हैं। सभी स्कूलों ने इनका पूरा समर्थन किया।
अब इनका लक्ष्य है कि इस ड्राफ्ट प्लान को अंतिम चरण से पहले सरकार तक अपनी बात पहुंचाया जाए । इस अभियान में हर क्षेत्र से जुड़े लोग सक्रियता से भाग ले रहे हैं एनसीआर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए इसका सबसे बड़ा उद्देश्य है ।