फरीदाबाद के सेक्टर-12 खेल परिसर में चल रहे एस्कॉर्ट स्विमिंग पूल से 11 साल बाद गीता इंटरप्राइजेज का आधिपत्य है समाप्त हो गया है। और इससे पूर्व को खेल विभाग ने प्रशासन की मदद से अपने हाथों में ले लिया है।
अभी फिलहाल पुल संचालक और खेल विभाग के बीच में पेमेंट को लेकर विवाद चल रहा है। यदि हम एस्कॉर्ट स्विमिंग पूल की बात करें तो यह है 1997 में ठेके पर दिया गया था।
और यह ठेका लगभग 2010 तक चलता रहा उसके बाद खेल विभाग ने नई कंपनी के रूप में 2011 में गीता एंटरप्राइजेज कंपनी को यह पुल दे दिया जो कि किराए पर दिया गया था।
यह कंपनी 37 लाख रुपए के हिसाब से प्रत्येक वर्ष के लिए 3 वर्ष तक चला। जानकारी के लिए बता दें जिला खेल विभाग एवं कंपनी के कार्यकर्ता प्रदीप बेरी के बीच ऑल वेदर स्विमिंग पूल एवं अन्य कई कार्यो को कराने को लेकर बातचीत भी की गई।
प्रदीप बेरी ने बताया कि कसाढ़े 4 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि नियम के अनुसार 2020 में यह समय पूरा होता है
परंतु इससे पहले ही 2017 में किराया देना बंद कर दिया खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 2020 तक यह किराया चाची लाख रुपए तक बैठ रहा है।
जबकि 2020-21 और 2022 23 का भी इनके द्वारा किराया नहीं दिया गया है उपायुक्त विक्रम ने अपराजिता को मामले का निपटारा करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अपराजिता नहीं रिपोर्ट दी है कि संचालक द्वारा अधिकारियों को गलत जानकारी दिया जा रहा है भाई रिपोर्ट के आधार पर उपायुक्त विक्रम ने 2 करोड़ 37 लाख रुपए जमा करने या फिर पुल को खाली करने के लिए निर्देश दिए हैं।