दशहरा जिस प्रकार से हिंदुओं का त्यौहार माना जाता है इसमें देश की एकता नहीं सकती परंतु यदि सभी धर्मों के लोग मिलकर एक त्यौहार मनाए तो उसमें एकता देखी जा सकती है। ऐसे ही एकता देखने को मिली है ।
गाजियाबाद के रहने वाले मोहम्मद शकील के परिवार में। जानकारी के लिए बता दें कि मोहम्मद शकील पिछले 70 वर्षों से दशहरे के अवसर पर फरीदाबाद में रावण मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों को बनाते हैं।
शकील ने बताया कि यह रावण बनाने की परंपरा तीसरी पीढ़ी आगे चला रही है इससे पहले उनके पिताजी दादाजी और परदादा जी ने पुत्रों को बनाया था।
शकील ने बताया कि वे फरीदाबाद में रावण बनाते हैं और यहीं पर बेचते भी है। मोहम्मद शकील का यह परिवार लगभग 70 वर्षों से परिवार में रावण बनाकर बेचने का काम कर रहे हैं।
इसके अलावा शकील ने बताया कि वह हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां भी बनाते हैं दरअसल पिछले वर्ष जब लॉकडाउन लग गया था ।
तब से इन्हें पुतला बनाने की अनुमति नहीं थी जिसके कारण इनका आर्थिक व्यवस्था डगमगा गया था तब से इन्होंने हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां बनाना शुरू कर दिया।