फरीदाबाद में अधिकारी आदेश दिए जा रहे हैं मगर उनको पूरा करने वाले कर्मचारी नाकाम साबित हो रहे हैं। डीसीपी अधिकारी का कहना है कि उन्होंने ऑटो यूनियन के साथ एक मीटिंग कर उन्हें पार्किंग में ऑटो खड़े करने की परमिशन दी गई है ।
लेकिन अगर सेसड़कों पर देखा जाए तो वहां की तस्वीरें कुछ अलग बयां करती हैं। आपको बता दें अजरौंदा स्टेशन के पास ऑटो चालकों में जनता के पैदल चलने के लिए जगह ही नहीं छोड़ी है।
वही बल्लभगढ़ और एनआईटी में भी ऐसा ही हाल देखने को मिलता। बात अगर बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन की हो या फिर बाटा चौक की हो हर जगह यही हाल है।
ऑटो वालों ने हर जगह अपनी मनमानी मचाई हुई है जिसका भुगतान आम जनता को भीड़ और ट्रैफिक में खड़े होकर चुकाना पड़ता है।
आपको बता दें कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऑटो चालकों को आदेश दिया गया था कि स्टैंड पर ही ऑटो खड़े करने हैं साथी में कुछ जगह पर ऑटो स्टैंड भी निर्धारित किए गए थे ।
लेकिन यहां तो तस्वीर कुछ अलग ही है ऑटो स्टैंड खाली है और सड़के भरी हुई हैं। इसके चलते मंगलवार को एनबीटी की टीम ने पड़ताल भी करी।
बल्लभगढ़ में मेट्रो स्टेशन के पास और बस स्टैंड पर भी आधी से ज्यादा सड़कों पर ऑटो जगह घेरे हुए रहते है। जबकि यहां अधिकारियों द्वारा ऑटोस्टेंड निर्धारित किए गए थे लेकिन ऑटो वाले अपनी मनमानी करते हैं।
और आधी आधी सड़कों को घेरे रखते हैं जिसके कारण जनता को जाम का सामना करना पड़ता है बीच सड़क पर ही वह अपने ऑटो खड़े रखते हैं और वही सवारी भी भरते हैं।
कुछ समय के लिए ऑटो चालकों ने ऑटो स्टैंड पर ऑटो खड़ा भी किया था लेकिन कुछ समय बाद फिर से तस्वीर पुरानी तस्वीर में बदल गई उन्होंने फिर से एक बार सड़कों पर कब्जा करना शुरू कर दिया।
यहां पर लोग कभी-कभी गाड़ी भी पार्क कर देते हैं वही नेशनल हाईवे बस स्टैंड के सामने चावला कॉलोनी तिगांव रोड अग्रवाल धर्मशाला के पास गर्ल्स स्कूल सेक्टर 3 के चौराहे के पास ऑटो चालकों द्वारा जाम लगाया जाता है।