फरीदाबाद को स्वच्छ शहर बनाने के लिए बहुत से कदम उठाए जा रहे हैं बड़े-बड़े अभियान चलाए जा रहे हैं तथा शहर में कई जगहों पर सफाई अभियान भी आगे लेकर आया जा रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 5 साल में स्मार्ट शौचालयों को चालू कराने के लिए बोला था परंतु वह अभी तक नहीं हो पाया ।
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत फरीदाबाद को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 2017 में एफएसएसएन ने तीन अलग-अलग एजेंसियों को निरस्त कर दिया गया।
दरअसल स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इन प्राइवेट एजेंसियों को अलग-अलग कार्य सौंपा था। इसमें लगभग 2.19 करोड रुपए की लागत से बनाए गए टॉयलेट जो कि फिलहाल बंद पड़े हैं ।
उन सभी के विकास के लिए इन कार्यों को सौंपा गया था। लगभग 3 साल पहले इन सार्वजनिक स्मार्ट टॉयलेट को फिर से सही स्थिति में लाकर दोबारा चालू न करवाने पर तीनों एजेंसियों को निरस्त कर दिया।
फरीदाबाद शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में दिखाने के लिए अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए लोगों को आश्वासन दिया परंतु कार्य ही नहीं किया। यदि कार्य नहीं किया जाएगा तो स्मार्ट सिटी का विकास कैसे होगा।