फरीदाबाद में अब एचएसवीपी सेक्टरों का डिजिटल मैप बनवाने की योजना बना रही है। डिजिटल मैप तैयार करने के पीछे का कारण सेक्टरों में विकास कार्य के दौरान सीवर और पानी की लाइन ना टूटे इसे बताया जा रहा है।
यह काम हरियाणा अंतरिक्ष उपयोग केंद्र द्वारा बनाई गई भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस लैब) से किया जा रहा है। इस डिजिटल मैप का फायदा लोगों के लिए ऑनलाइन भी उपलब्ध कराया जाएगा। तो बहुत जल्द फरीदाबादवासी एक क्लिक से अपने सेक्टर के बारे में जानकारी ले सकते है।
सेक्टरों के विकास कार्य की खस्ता है हालत
स्मार्ट सिटी में करीब 1 से 89 सेक्टर हैं। इन सेक्टरों में लंबे समय से सड़क, पानी और सीवर की लाइनें पड़ी हुई हैं। दूसरी ओर, अब सेक्टरों में विकास कार्य हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP), FMDA और नगर निगम द्वारा किए जा रहे हैं।
सेक्टरों का तैयार होगा डिजिटल मैप
ऐसे में सड़क निर्माण कार्य के दौरान अक्सर सीवर व पानी की लाइन टूट जाती है। इससे लोगों के साथ-साथ विभाग को भी परेशानी होती है। इसे देखते हुए एचएसवीपी सभी सेक्टर्स का डिजिटल मैप तैयार करने जा रहा है। यह काम जीआईएस लैब को दिया गया है। डिजिटल मैप को जिओ से टैग किया जाएगा।
लोकेशन के साथ मिलेगी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
इससे हर सेक्टर में सड़क, सीवर, पानी और नालों की सही लोकेशन मिल सकेगी। लैब से मिली जानकारी के अनुसार सेक्टरों में सिविल सेवाओं की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। अन्य बातों के अलावा, लाइनें कितनी गहरी जा रही हैं और कितनी मोटी हैं, इसकी सटीक जानकारी उपलब्ध होगी।
सेटेलाइट से डाटा लिया जाएगा
हरियाणा अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (हरसैक) की जीआईएस लैब जरूरत के हिसाब से सैटेलाइट डेटा का इस्तेमाल कर सकेगी। मैपिंग में सभी सेक्टरों की सड़कों, लाइनों की जियो मैपिंग होगी। वास्तविक स्थान मानचित्र पर अंकित किया जाएगा। योजना के तहत सभी सेक्टरों के नक्शे बाद में पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध कराये जायेंगे। इससे आम लोगों को भी पानी और सीवर कनेक्शन मिलने में राहत मिलेगी। पाइप और सड़कों की ज्यादा खुदाई नहीं करनी पड़ेगी। उन्हें पता होगा कि लाइनें कहां और कितनी दूर हैं।