प्रदेश और देश दोनों ही अनेकों दुशमनों से लड़ रहे हैं | एक तरफ कोरोना है जो दिखाई नहीं देता, दूसरी तरफ टिड्डी दल है जो दिखने के बावजूद शांत होने का नाम नहीं लेती | प्रदेश में फिरसे टिड्डी हमले से राज्य के किसानों की चिंता बढ़ा दी है | प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम जिलों के किसानों की खरीफ फसलों पर टिड्डी दल ज़्यादा प्रहार कर सकती है ।टिड्डी दाल का खात्मा अभी हुआ नहीं है । प्रदेश में गत 15 दिनों में टिड्डी दाल फसलों पर अनेकों पर हमला कर चुकी है |
दिखने में छोटी सी दिखने वाली टिड्डी ने राज्य के किसानों से लेकर कृषि विभाग के अधिकारीयों की नींद गायब कर दी है | प्रशासन फसलों को बचाने के लिए तेजी से कार्रवाई में जुटा है।
मनोहर सरकार ने टिड्डी दल के हमले से बर्बाद हुए फसलों के नुकसान का आंकलन करने के लिए संबंधित जिलों के डीसी से रिपोर्ट मांगी है |
गत दिनों जब फरीदाबाद में टिड्डी दल आया था तो कुछ ज़्यादा नुकसान की ख़बरें नहीं थी | लेकिन पिछले 15 दिनों में राज्य के बहुत से जिलों में फसलें ख़राब कर चुका है टिड्डी दल | उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे विशेष गिरदावरी करवाएं।
खास बात यह है कि इन टिड्डी दल के और भी हमले हो सकते हैं, क्योंकि कृषि विभाग के अनुसार राजस्थान का झुंझनू इनका हब बन चुका है।
पड़ोसी यूँ तो अच्छा होता है, लेकिन इस समय प्रदेश का पड़ोसी राजस्थान हरियाणा के लिए खतरा बना हुआ है | क्योंकि राजस्थान से टिड्डियों को हरियाणा तक पहुंचने में महज दो घंटे लगते हैं। सबसे बड़ा खतरा यह है कि टिड्डी दल ने हरियाणा में अंडे दिए हैं, इस कारण इनकी संख्या और बढ़ सकती है। कृषि विभाग इन हमलों को रोकने के लिए नई रणनीति तैयार कर रहा है। अधिकारियों के अनुसार जिस तरह से टिड्डी दल का फसलों पर हमला हो रहा है, इनसे किसानों की फसल को बचाने के लिए कृषि विभाग तीन ड्रोन लेगा।
कोरोना काल में टिड्डियों के हमले से बचने के लिए, देश के विभिन्न राज्यों में अनेकों उपाय सोचे जा रहे हैं | हरियाणा सरकार तीन ड्रोन की खरीद की करेगी। यह संभव नहीं हुआ तो तीन ड्रोन किराय पर लिए जाएंगे। एक ड्रोन पर एक समय में 10 लीटर दवाई आती है और 10 मिनट में यह कार्रवाई कर नीचे उतारा जाता है।
केंद्र सरकार के बिना सभी राज्य सरकारें न मात्र हैं | दिल्ली में कोरोना की रफ़्तार काम हुई केंद्र के कारण अब टिड्डी दल पर बड़ा हमला करने के लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र से दो ड्रोन मंगाए हैं। ये ड्रोन प्रदेश के भिवानी जिले में प्रयोग किए गए। किसानों के अनुसार अब तक खरीफ की बाजरा, ज्वार, गन्ना और कपास, सिरसा में धान, हरा चारा व वन एरिया के अलावा अन्य फसलों पर टिड्डी दल हमला कर चुका है।
टिड्डी दल दिखने में जितनी छोटी है उस से कई गुना बड़ा उसका पेट है | यही कारण है कि कुछ ही घंटों में टिड्डी दल अनेकों फसलें तबाह कर देते हैं | प्रदेश में कृषि विभाग की ओर से टिड्डी दल के प्रकोप से फसलों को बचाने के लिए 8000 एकड़ से अधिक एरिया में दवाइयों का छिड़काव किया है। यह छिड़काव झज्जर, चरखी दादरी, पलवल, सिरसा, नूंह, रेवाड़ी, भिवानी, नारनौल में किया गया है।