इनमे से सामान्य मामलों को पुलिस समझा लेती है लेकिन ठगी के ज्यादातर मामले अनसुलझे रह जाते हैं साइबर अपराध शाखा के पास इस साल अब तक 900 से अधिक शिकायतें आई हैं इनमें से ऑनलाइन ठगी की शिकायतें सबसे अधिक है साइबर अपराध शाखा ने लोगों को बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है ।
पिछले कुछ दिनों से सैनिक कॉलोनी और भुपानी से मामले सामने आए हैं इसीलिए साइबर अपराध शाखा द्वारा एडवाइजरी भी जारी की गई जिसमें लोगों को शिकार होने से बचाया जा सके ।
एडवाइजरी जारी करते हुए साइबर अपराध शाखा ने कहा कि
- बैंक अधिकारी बनकर शिकार को फोन किया जाता है उसका बैंक खाता एटीएम कार्ड ब्लॉक होने वाला है अनजाने में लोग अपना एटीएम कार्ड या खाते से संबंधित जानकारी दे देते हैं और अगले कुछ सालों में खाता साफ का मेसेज आ जाता है ।
- यह ठग मोबाइल में एक खास ऐप डाउनलोड कराते हैं इसके बाद मोबाइल को रिमोट पर लेकर बैंक खाते की सारी जानकारी चुरा लेते हैं और खाता साफ कर देते हैं।
- एटीएम या पीओएस मशीन से क्रेडिट या डेबिट कार्ड का क्लोन तैयार करके खाता साफ किया जाता है इससे बचने के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड का पिन किसी को पता ना चलने की और उसे समय-समय पर बदलते रहे।
- फेसबुक या ईमेल अकाउंट हैक कर लिया जाता है उसके बाद उसके दोस्तों को मैसेज कर कहा जाता है कि वह बहुत परेशानी में है उसे आर्थिक मदद दे अगर फेसबुक या व्हाट्सएप पर मदद मांगता है तो पहले फोन कर उससे बात कर ले।
इन सभी एडवाइजरी के साथ साइबर क्राइम शाखा ने लोगों में जागरूकता करने की कोशिश की है।