ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-75 स्थित पुरी प्रणायाम सोसाइटी के लोग गंदे पानी की सप्लाई से बेहद परेशान है और इसको लेकर सोसाइटी वासियों में भारी रोष है।
इसके अलावा सोसाइटी के प्रधान योगेश मान ने बताया कि लाखो रूपये खर्च करके सोसाइटी में गंदे पानी से निजात पाने के लिए दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट एफएमडीए द्वारा लगवाए है। लेकिन वह भी सही तरीके से काम नही कर रहे है।
वहीं एफएमडी की तरफ से सोसाइटी में सप्लाई किया जाना वाला रेनीवेल का पानी ही स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इसकी शिकायत सोसाइटी वासियों ने एफएमडी अधिकारी से की है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन है।
इसके अलावा सोसाइटी में फ्लश और डोमेस्टिक ट्रीटमेंट प्लांट अलग- अलग होने के बाद भी दोनो का टीडीएस निर्धारित मात्रा से बहुत ज्यादा है। टीडीएस की मात्रा लगभग 50- 150 के आस पास की बहुत अच्छी मानी जाती है। लेकिन परिस्थियों के अनुसार घरेलू उपयोग में 600 टीडीएस की मात्रा वाला पानी भी इस्तेमाल हो रहा है।
वहीं, सोसाइटी के प्रधान योगेश मान का कहना है कि सोसाइटी में कुल 974 परिवार रहते है। जिसमें 137 परिवार ईडब्लूएस कोटे के है और सभी सोसाइटी वासी एफएमडीए की ओर से सोसाइटी में सप्लाई होने वाले जहरीले पानी से बेहद परेशान है।
जबकि पुरी प्रणायाम सोसाइटी ग्रेटर फरीदाबाद में गंदे पानी को रीसाइकल कर इस्तेमाल करने वाली सोसाईटी है। सोसाइटी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगने से लोगों के सीवर के गंदे पानी से निजात तो मिल गई है।
लेकिन एफएमडीए से सप्लाई होने वाले पानी का टीडीएस का स्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। जो लोगों के सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
हालांकि, अभी प्लांट से ट्रीट होने वाले पानी का इस्तेमाल सोसाइटी के गार्डन एरिया और सड़क किनारे लगे पेड़ पौधों को हरा भरा करने में किया जा रहा है। पुरी प्राणायाम सोसाइटी पहली ऐसी सोसाइटी है जहां गंदे पानी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।