आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को दिए जाने वाले राशन का किस तरह से दुरूपयोग किया जाता है, इसकी एक मिसाल सामने आई है। डबुआ कॉलोनी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को बांटी पंजीरी भैंसों को खिलाई जा रही थी। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता, फरीदाबाद को किसी ने सूचना दी। बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्र में हितग्राहियों को सरकारी राशन देने की बजाय डेयरी वालों को बेचा जा रहा है। अगर किसी संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा अचानक चेकिंग की जाए तो सच सामने आ सकता है। इस सूचना के आधार पर डबुआ कॉलोनी स्थित एक डेयरी संचालक ने उप निरीक्षक शिव कुमार, डब्ल्यू सीडीपीओ सुलेखा और पर्यवेक्षक स्मिता धीमान के साथ मिलकर जांच की। मौके पर डेयरी संचालक नेतराम मिला।
डेयरी को पुआल के ढेर से मिला पंजीरी का बोरा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, डेयरी में पड़े भूसे के ढेर के पास कटा हुआ रजिस्टर मिला। जिसके संबंध में आंगनबाड़ी पदाधिकारियों ने बताया कि यह राशन आंगनबाड़ी केंद्र को भेजा जाता है। यहां रखा पंजीरी कट्टा आंगनबाड़ी राशन का है। पूछताछ में नेतराम ने बताया कि यह कट्टा उसने अमित नाम के व्यक्ति से खरीदा था। अमित की मां सरोजबाला आंगनबाड़ी सहायिका हैं जो अनीता के आंगनबाड़ी केंद्र में काम करती हैं। पूछताछ में अमित ने पंजीरी कट्टा नेतराम को देने की बात भी स्वीकार की है। उसके बाद आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करने पर पाया गया कि आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 06088060412 जहां अनीता देवी व सहायिका सरोजबाला मिली थी।