अफसरों को लापरवाही के कारण 10 गावों का पानी हुआ प्रदूषित

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 अफसरों को लापरवाही के कारण 10 गावों का पानी हुआ प्रदूषित

मानवाधिकार आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष दीप भाटिया ने शुक्रवार को बंधवाड़ी सॉलिड वेस्ट प्लांट का निरीक्षण किया, उनके साथ गुड़गांव और फरीदाबाद नगर निगमों के अधिकारी और पर्यावरणविद् भी थे। जब पर्यावरणविदों ने बांधवाड़ी प्लांट में कमियों की जानकारी उन्हें दी तो नगर निगम के अधिकारी अपना बचाव करते रहे। कार्यकारी अध्यक्ष ने नगर निगम के अधिकारियों को आदेश जारी करते हुए कहा कि पर्यावरण नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए।

 

फरीदाबाद से रोजाना करीब 2000 टन कचरा निकलता है

अफसरों को लापरवाही के कारण 10 गावों का पानी हुआ प्रदूषित

बता दे कि फरीदाबाद नगर निगम के कमिश्नर जितेंद्र दहिया ने उन्हें बताया कि गुड़गांव और फरीदाबाद से रोजाना करीब 2000 टन कचरा निकलता है। गुड़गांव नगर निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ. नरेश कुमार ने उन्हें बताया कि नवंबर 2022 में इस प्लांट में 32 लाख मीट्रिक टन कचरा पड़ा था। नवंबर और दिसंबर माह में 2.25 लाख मीट्रिक टन कूड़ा निस्तारित किया गया। जनवरी से मार्च तक 3.64 मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण किया गया। वर्तमान में वहां करीब 26 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा है, जिसे इस साल नवंबर माह तक दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए 5 एजेंसियां काम कर रही हैं।

 

340 टन कचरे का स्थानीय स्तर पर निस्तारण किया जा रहा है

अफसरों को लापरवाही के कारण 10 गावों का पानी हुआ प्रदूषित

गौरतलब हैं कि गुड़गांव नगर निगम रोजाना करीब 1200 टन कचरा पैदा करता है। 340 टन कचरे का स्थानीय स्तर पर निस्तारण किया जा रहा है। लीचेट पानी के उपचार के संबंध में कार्यवाहक अध्यक्ष को बताया गया कि रोजाना 400 केएलडी लीचेट पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके लिए 550 केएलडी क्षमता के ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं।

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