हरियाणा के इन दो जिलों में शिवभक्त नहीं कर सकेंगे महादेव के दर्शन :- कोरोना का केहर इतना प्रभावशाली है कि मंदिर से लेकर मस्जिद सब बंद पड़े हैं | सरकार ने अनलॉक – 1 में अनुमति ज़रूर दी थी मंदिरों को खोलने की, लेकिन भक्त उस से संतुष्ट नहीं | फरीदाबाद जिले में बहुत से मंदिर बंद हैं।6 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो गया है । श्रावण मास लगते ही हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ आदि राज्यों से श्रद्धालु हरिद्वार, गंगोत्री, यमुनोत्री से पवित्र गंगाजल लेने के लिए निकल पड़ते हैं।
इस बार श्रावण मास पर कोरोना की मार पड़ गई। कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया, कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक भी था |
कोरोना महामारी किसी को नहीं बक्श रही | विद्यार्थी हो या कारोबार सभी के भविष्य पर नज़र लगा रहा है कोरोना | महादेव के भक्त बेसब्री से शिवरात्रि का इंतज़ार करते हैं | इस बार श्रावण मास की शिवरात्रि 19 जुलाई रविवार को हैं।
महादेव के मंदिरों में सजावट नहीं
मंदिरों में किसी प्रकार की कोई सजावट नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग कावड़ियों के बिना सूना है। । एक भी कावड़िया हरिद्वार से गंगाजल लेने के लिए अपने घरों से नहीं निकला।
महामारी के प्रकोप को बढ़ता देख, हरियाणा में यह अफवाह उड़ रही थीं कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर यहाँ वीकेंड लॉकडाउन लगाया जाएगा | लेकिन प्रदेश में कोरोना का केंद्र बिंदु बने गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत व रेवाड़ी में फिलहाल कर्फ्यू नहीं लगेगा। मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया।
शिवभक्तों की आस्था देख राज्य सरका ने गाइडलाइन जारी की है | रविवार को शिवरात्रि पर्व पर सरकार ने शिवालय खुले रखने का निर्णय लिया है। लेकिन मंदिरों में कांवड़ व गंगाजल चढ़ाने तथा 5 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी रहेगी।
श्रावण माह की शिवरात्रि को देखते हुए निर्णय लिया गया कि कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में गंगाजल चढ़ाने की अनुमति केंद्रीय गृह मंत्रालय के मंदिरों में पूजा के लिए पहले से जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदान की जाए।
आदेश में कहा गया है कि दो से पांच व्यक्तियों के समूह को आधे घंटे के अंतराल पर टोकन सिस्टम से मंदिरों में प्रवेश की अनुमति दें |आपको बता दें कि प्रदेश में फरीदाबाद और गुरुग्राम में मंदिर खोलने की अनुमति सरकार ने नहीं दी है बाकि जिलों में मंदिर सुबह 5 बजे से 10 बजे तक खोलने का आदेश सरकार ने दिया है |
ईश्वर के प्रति इंसानों को आस्था एक दम ठीक है, लेकिन कोरोना काल में कोई व्यक्ति किसी के लिए काल न बन जाए इसके लिए, मंदिर कमेटी यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी व्यक्ति मंदिर परिसर में बिना मास्क के ना जाए।
सरकार ने कहा है कि मंदिर परिसर के बाहर व अंदर आने वालों लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा। मंदिर में भीड़ के साथ आरती पर भी पाबंदी रहेगी। इतना ही नहीं मंदिरों में प्रशाद व लंगर वितरण पर भी पाबंदी रहेगी लेकिन जिन मंदिरों में काफी समय से लंगर चल रहा है वहां लंगर चलाया जा सकेगा।