हमारी टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से प्रगति कर रही है, टेक्नोलॉजी की यह प्रगति एक तरफ जहां हमारे लिए वरदान है, वहीं दूसरी तरफ यह हमारे लिए एक अभिशाप भी है। क्योंकि आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होने वाली साइबर ठगी के मामले बहुत ज्यादा सामने आ रहे हैं।
दरअसल अभी हाल ही में फरीदाबाद के एक युवक से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके साइबर ठगी की गई है।
दरअसल हुआ यू कि ठगों ने चंडीगढ़ पुलिस का अधिकारी बनकर एक युवक को व्हाट्सएप कॉल किया। कॉल पर उन्होंने युवक से कहा कि उनका भतीजा पुलिस की कस्टडी में है, यदि उसे अपने भतीजे को बचाना है तो उसे पैसे देने होंगे। इसके बाद युवक ने अपने भतीजे से बात की, भतीजे ने कॉल पर युवक से कहा कि वह उन्हें पैसे दे दे। अपने भतीजे की यह बात सुनकर युवक ने पैसे ट्रांसफर कर दिए।
लेकिन युवक को बाद में पता चला कि उनका भतीजा घर पर ही है, उसके साथ साइबर ठगी हुई है। अपने साथ ऐसा होने के बाद युवक ने साइबर क्राइम ब्रांच में ठगों के खिलाफ शिकायत कर दी है। इस पर साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी अभिमन्यु गोयल का कहना है कि, ठग AI के वॉइस कॉलिंग टूल की मदद से यह सब कर रहे हैं। वह इस टूल से किसी की भी आवाज निकाल सकते हैं। इसीलिए किसी का भी कॉल उठाने से पहले जनता थोड़ी सतर्क हो जाए।