सरकार आए दिन लगातार प्रयास कर रही हैं कि प्रत्येक बच्चें को बेहतर शिक्षा मिल सकें। लेकिन सरकार के अनेक प्रयासों के बाद भी कुछ बच्चें ऐसे हैं जो अभी तक शिक्षा के क्षेत्र से अछूते है। ऐसे में इन बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए शहर के कुछ लोगों ने एक अनोखा तरीका अपनाया है। अपने इस तरीके के तहत वह फुटपाथ और पार्क में पाठशालाएं लगाकर बच्चों को पढ़ाते हैं।
इन पाठशालाओं में अलग-अलग पेशे के लोग अपने खाली समय में बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देते हैं। इनके अलावा गैर सरकारी समाजसेवी संगठन(NGO) और स्थानीय लोग भी बच्चों को पढ़ाने में अपनी भागीदारी निभाते हैं। बता दें कि प्रकाश दीप ट्रस्ट अनखीर चौक समेत जिले के अन्य छह स्थानों पर बच्चों को पढ़ाती है, वही मायरा ट्रस्ट ग्रीनफील्ड कॉलोनी में रहने वाले बच्चों को पढ़ाती हैं।
इन गरीब बच्चों को पढ़ाने वाली आरती अरोड़ा ने बताया कि,”वह पिछले कई सालों से 12वी तक के बच्चों को पढ़ा रही है। अब उनके पास लगभग 750 से अधिक बच्चे हैं, जो उनसे निःशुल्क शिक्षा ग्रहण करते हैं। उनका उद्देश्य है कि वह हर छात्र तक शिक्षा का प्रकाश पहुंचाए, ताकि वह अपने और अपने परिवार को सक्षम बना सके। क्योंकि शिक्षा ही उन्हें गरीबी और परेशानियों से निकाल सकती है।”
वही मायरा फाउंडेशन से जुड़ी मीना खन्ना ने बताया कि, “वह साल 2018 से लगातार जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा में मदद कर रही है, कभी नीम के पेड़ के नीचे से शुरू हुआ सफर आज पक्के घर तक पहुंच गया है। इस केंद्र में तीन से 15 वर्ष की आयु वाले छात्र शिक्षा लेते हैं। इसमें अक्षर ज्ञान से 11वीं तक के छात्रों को शिक्षा दी जाती है।”