हर जगह कोरोना ने अपना केहर बरपाया हुआ है | सभी कोने कोरोना मुक्त होने की दुआएं मांग रहे हैं | ऐसे में फरीदाबाद वासियों के लिए एक अच्छी खबर आयी है | देश का तीसरा और प्रदेश का पहला प्लाज्मा बैंक आज से ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शुरू हो गया है |
300 यूनिट के इस प्लाज्मा बैंक के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं | इसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज करेंगे जबकि मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा और अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. राजीव अरोड़ा शामिल हो सकते है |
महामारी का प्रकोप फरीदाबाद के पीछे पड़ गया है | जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हर दिन 100-150 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग कर रहा है । इनमें कई गंभीर मरीज भी शामिल है।
आईसीएमआर की मंजूरी के बाद चार मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज किया जा चुका है | बेहतर परिणाम आने के बाद हाल ही में मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जबकि दो मरीज उपचाराधीन हैं |
रक्त दान से भी बड़ा इस समय प्लाज्मा दान बन गया है | कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए डॉक्टरों व अस्पतालों को प्लाज्मा के लिए यहां ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में संपर्क करना होगा, वहीं जो व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, वे प्लाज्मा दान दे सकते हैं। 300 यूनिट के इस प्लाज्मा बैंक में प्लाज्मा को एक साल तक सुरक्षित रखा जा सकेगा |
अभी तक की स्टडी में डॉक्टर बताते हैं कि, कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों के शरीर में वायरस के खिलाफ एंटी बॉडी बन जाती है। एंटी बॉडी व्यक्ति के रक्त में प्लाज्मा के रूप में मौजूद होती है। कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्ति का प्लाज्मा संक्रमित को चढ़ाया जाए, तो संक्रमित व्यक्ति में भी एंटी बॉडी बनने लगती है। कोरोना वैक्सीन के बनने तक प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना संक्रमितों के जीवन को बचाना संभव है।