हरियाणा प्रदेश का सबसे पुराना नगर निगम फरीदाबाद शहर का ही है लेकिन इन दिनों ऐसा लगता है घोटालों में भी फरीदाबाद का नगर निगम नंबर वन है ।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों पहले भी निगम का करोड़ों का घोटाला सामने आया था जिसका खुलासा पार्षदों ने मिलकर किया था ।
क्षेत्र में बिना काम किए ठेकेदार को करोड़ों की पेमेंट मामले की जांच सोमवार को शुरू कर दी गई । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस खबर को प्रकाशित करने के बाद बड़े बड़े अफसर तुरंत जाग उठे।
8 जुलाई को पहचान फरीदाबाद की टीम ने भी इस मुद्दे पर खबर लगाई और इसके बाद पार्षद दीपक चौधरी से भी बात की जिस वार्तालाप में उन्होंने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर अन्य पार्षदों के साथ मिलकर सरकार को ज्ञापन सौंपा है और कार्यवाही की मांग की है।
इस कमेटी के हेड चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल शर्मा ने जांच के लिए सोमवार को पार्षदों सहित एक मीटिंग की और पूरी जानकारी प्राप्त की इस दौरान पार्षदों ने सारी बातें बताई और कहा कि जिस काम का भुगतान ठेकेदार को हुआ है वह जमीन पर हुए ही नहीं है चीफ इंजीनियर ने तुरंत अकाउंट ब्रांच से पेमेंट की डिटेल मांगी और पार्षदों को कहा कि वह हर एक वर्ड में जाकर ठेकेदार की किए कार्यो को भी देखें ताकि इसकी रिपोर्ट कमिश्नर को सौंपी जा सके।
इस वार्तालाप के दौरान पार्षद दीपक चौधरी दीपक यादव महेंद्र सरपंच कपिल नागर सुरेंद्र अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा इस साल 2017 से 2019 तक के जनरल फंड के जिन कामों के नाम पर पेमेंट दिया गया है वह काम हुए ही नहीं है ।
कुल 10 वार्डों में एक ही ठेकेदार की तीन कंपनियों के नाम से विकास कार्यों का पेमेंट किया गया है यह जानकारी हमने अपनी खबर में 8 जुलाई को अपने दर्शकों तक पहुंचाएं और पार्षद दीपक चौधरी से बात करने के बाद इस मामले की पूरी जानकारी भी हासिल की।
लेकिन हम नगर निगम फरीदाबाद के ठेकेदार जिन्होंने घोटाला किया है उनकी खैर नहीं क्योंकि सरकार अब इस मुद्दे को लेकर गंभीर रूप से कार्यवाही कर रही है सोमवार को सभी पार्षद जांच के लिए चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल शर्मा के कार्यालय में मौजूद थे और ठाकुर लाल शर्मा ने आश्वासन देते हुए कहा कि इन सभी कार्यों की फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेंगे ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके और कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जा सके।