हरियाणा में आपकों दर्शन करने के लिए बहुत से तीर्थ स्थल मिल जाएंगे। इन में कईं तीर्थ स्थल तो बहुत सालों पुराने है, जैसे हरियाणा के भिवानी जिले में स्थित भगवान शिव का जोगीवाला मंदिर 300 साल पुराना है। इस मंदिर को छोटी काशी के नाम से जाना जाता हैं। इस मंदिर की बहुत मान्यता है, लोग दूर दूर से इस मंदिर के दर्शन करनें आते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर में ही नहीं बल्कि मंदिर के आस पास भी भक्तों की भीड़ उमड़ जाती हैं भगवान शिव के दर्शन करने के लिए। इस मंदिर की और अधिक जानकरी देते हुए जोगीवाला मंदिर के महंत वेदनाथ महाराज बताया कि,” भिवानी का यह जोगीवाला मंदिर करीब 300 साल पुराना है। बाबा मस्तनाथ के शिष्य बाबा मेहुनाथ ने इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति की स्थापना की थी।”
इसके साथ ही इस मंदिर के महंत ने बताया कि,” करीब 300 साल पहले भगवान शिव की मूर्ति को जींद ले जाने वाला एक गाड़ीवान रात्रि विश्राम के लिए जोगीवाला मंदिर में रुका था। जब सुबह के समय ठेले वाले आगे बढ़ने लगे तो उस गाड़ीवान की गाड़ी फंस गई। बहुत कोशिश करने के बाद भी वह मूर्ति को नहीं ले जा सका। ये सब देखने के बाद
बाबा मेहूनाथ ने गाड़ीवान से प्रार्थना की कि वह इस मूर्ति को यहीं स्थापित कर दे।”
उसी दिन से इस मंदिर में भगवान शिव की पूरी भक्ति और साधना से पूजा की जाती हैं। चरणामृत से भगवान शिव के आदि-अनन्त स्वरूप की पूजा की जाती हैं। बता दें कि इस चरणामृत को दूध, दही, घी, चीनी और शहद से बनाया जाता है। इस चरणामृत के अलावा इस मंदिर में भगवान शिव को बेलपत्र भी चढ़ाए जाते हैं। इस मन्दिर में जो भी भक्त सच्चे मन से कोई भी मनोकामना मांगता है उसकी मनोकामना ज़रूर पूरी होती हैं।